फटाफट न्यूज/सीतापुर || अनील उपाध्याय
सरगुजा…घने जंगल के बीच तालाब बनाने ठेकेदार ने वन विभाग की मिलीभगत से बिना अनुमति जंगल मे लगे पेड़ो की बलि चढ़ा दी। जंगल मे लगे पेड़ो की अवैध कटाई से गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग पर मिली भगत का आरोप लगा ठेकेदार के विरुद्ध एसडीएम को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की हैं।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार, नरवा योजना के तहत् वन विभाग द्वारा ग्राम ललितपुर के जामपानी चेप्टासरई जंगल मे 17 लाख की लागत से तालाब का निर्माण कराया जाना हैं। जिसके लिए वन विभाग द्वारा निविदा आमंत्रित की गई थी। तालाब निर्माण हेतु निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद तालाब का निर्माण ठेकेदार द्वारा कराया जाना था। तालाब निर्माण हेतु वन विभाग ने जिस जगह का चयन किया था। वहाँ पहले से ही तालाबनुमा गड्ढा मौजूद था। जिसके चारो तरफ घने जंगल मौजूद थे।वन विभाग की इस लापरवाही से वहाँ मौजूद पेड़ो की बलि चढ़नी तय हैं। यह बात जानते हुए भी अधिकारीयो ने स्थल परिवर्तन करना उचित नहीं समझा। तालाब निर्माण हेतु वन विभाग का यह निर्णय जंगल के लिए काल साबित हुआ।
ठेकेदार ने जंगल मे तालाब बनाने से पहले बगैर अनुमति पोकलेन मशीन के जरिये वहाँ मौजूद साल सरई एवं अन्य प्रजाति के हजारों पेड़ो की बलि चढ़ा दी। यह बात जब ग्रामीणों को पता चली तो काफी संख्या में लोग वहाँ पहुँचे। जहाँ उन्होंने तालाब निर्माण की आड़ में पेड़ो की अवैध कटाई का विरोध करते हुए काम बंद करा दिया। वन विभाग एवं ठेकेदार की मिलीभगत से हुए पेड़ो की अवैध कटाई से गुस्साए ग्रामीण एसडीएम कार्यालय पहुँचे। जहाँ उन्होंने वन विभाग पर जंगल की अनदेखी का आरोप लगाते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंप बगैर अनुमति पेड़ो की अवैध कटाई करने वाले ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की हैं।
चंदा कर गांववाले कराते हैं जंगल की रखवाली-
जंगल बचाओ अभियान से जुड़े ग्राम ललितपुर के लोगो का कहना हैं कि, वो आपस मे चंदा करके जंगल की रखवाली कराते हैं। इस संबंध में पारस सोनवानी ने बताया कि, प्रत्येक लोगो से पांच पांच किलो चावल चंदा के रूप में लिया जाता हैं। जिसे इकट्ठा करके प्रत्येक माह जंगल की रखवाली करने वाले चौकीदार को देते हैं। जयमंत तिर्की ने बताया कि, वनभूमि में कब्जे का उसके पास का 1962 का पट्टा हैं। इसके बाद भी मैं या मेरे परिवार के लोगो ने कभी वनभूमि पर अपना कब्जा नही जमाया। हमारा एक मात्र उद्देश्य हैं जंगल की रक्षा करना। जिसके तहत गांव का कोई भी व्यक्ति न जंगल से लकड़ी काटता हैं न जंगल मे आग लगाता हैं। इसके बाद भी वन विभाग वाले अपने स्वार्थ के लिए जंगल की कटाई करवाते है। तो हम इसका डटकर विरोध करते हैं। वही जूलिया खलखो ने बताया कि, यह जंगल आज भी इतना हरा भरा इसलिए हैं। क्योकि, सारे गांववाले मिलकर इसकी रक्षा करते हैं। हमारा जंगल हमारा अभिमान हैं।
इस संबंध में एसडीएम रवि राही ने बताया कि, मौके पर राजस्व अमला संग पुलिस बल भेजकर मशीन जब्त कर लिया गया हैं। पेड़ कटाई के मामले में ठेकेदार एवं वन विभाग को नोटिस जारी कर जबाब पेश करने कहा गया हैं। पेड़ कटाई को लेकर विभाग द्वारा अनुमति दी गई थी या नही। ठेकेदार द्वारा किस आधार पर पेड़ काटा गया। इस संबंध में उनके द्वारा जानकारी देने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी ने पेड़ कटाई को लेकर कहा कि, ठेकेदार को केवल तालाब निर्माण की अनुमति दी गई थी। पेड़ काटने हेतु ठेकेदार को विभाग द्वारा कोई अनुमति नही जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि, जांच के बाद इस मामले में वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी।
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