फ़टाफ़ट डेस्क. एक तरफ जहां उत्तर-पश्चिम भारत के बड़े हिस्से में बारिश हो रही हैं। वहीं, दूसरी तरफ दक्षिण में बहुत दूर, चक्रवाती तूफान के गठन के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 9 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने का प्रारंभिक पूर्वानुमान जारी किया हैं। आईएमडी ने चेतावनी जारी करते हुए मछुआरों और नाव चलाने वालों को लेकर अलर्ट जारी किया हैं। वहीं, ओडिशा में भी तटीय इलाकों पर अलर्ट जारी कर दिया हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को चक्रवाती तूफान मोचा (Cyclone Mocha Odisha) को लेकर नया अपडेट दिया है। IMD ने कहा हैं कि 6 मई के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात बनने और इसके परिणामस्वरूप अगले 48 घंटों में कम वायु दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना हैं। साल 2023 के पहले चक्रवाती तूफान के मई महीने में आने की आशंका जताई गई हैं।
IMD के अनुसार, 6 मई को बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात बनने की आशंका है। इसे लेकर IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, ‘कुछ प्रणालियों ने इसके एक चक्रवात होने का पूर्वानुमान जताया हैं। हम नजर रख रहे हैं। नियमित रूप से अपडेट उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं पूर्वानुमान के बाद, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों से किसी भी घटना के लिए तैयार रहने को कहा हैं।
पूर्वी भारत से लेकर बांग्लादेश और म्यांमार तक हो सकता हैं असर। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय मौसम वैज्ञानिकों ने मई के दूसरे सप्ताह में चक्रवात तूफान आने की आशंका जताई है।मौसम वैज्ञानिकों ने कहा हैं कि, इस सप्ताह के अंत तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता हैं। वैज्ञानिकों ने कहा हैं कि, कम दबाव के चक्रवाती तूफान का रूप लेने की आशंका प्रबल हैं। इस चक्रवात का असर पूर्वी भारत से लेकर बांग्लादेश और म्यांमार तक रहने के आसार हैं। रायपुर मौसम वैज्ञानिक से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल इसका कोई असर छत्तीसगढ़ में नही पड़ेगा। कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती हैं। अधेड़ औऱ बिजली गिरने की भी संभवाना हैं।
मोचा’ नाम का क्या अर्थ
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आधिकारिक तौर पर पुष्टि की जाती है तो विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) और एशिया और प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक आयोग (ESCAP) के सदस्य देशों की ओर से अपनाई जाने वाली नामकरण प्रणाली के तहत चक्रवात का नाम ‘मोचा’ (Mocha) होगा। यमन ने लाल सागर तट पर एक बंदरगाह शहर ‘मोचा’ के नाम पर इस चक्रवात के नाम का सुझाव दिया था।चक्रवात को लेकर IMD की भविष्यवाणी के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर चक्रवात से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों से किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा।