Surguja News…( अनिल उपाध्याय/सीतापुर).. नगर पंचायत में पानी टैंकर के बदले मिलने वाली किराये की राशि घोटाले की भेंट चढ़ गया। इस संबंध में महिला काँग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष एवं पार्षद ने राजस्व निरीक्षक पर घोटाले का आरोप लगा शिकायत दर्ज कराई थी। पार्षद द्वारा की गई शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नही होने से नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
ज्ञात हो कि नगर में होने वाले शादी विवाह एवं अन्य व्यक्तिगत कार्यो के लिए जल आपूर्ति हेतु नगर पंचायत द्वारा किराए पर पानी का टैंकर उपलब्ध कराती है। इसके लिए बाकायदा नगर पंचायत उपभोक्ता को रशीद देती है और बदले में किराया लेती है। पानी टैंकर के बदले मिलने वाली राशि से नगर पंचायत कार्यालय का रखरखाव करने समेत संविदा कर्मचारियों का वेतन भुगतान करती है। अब वही पानी टैंकर नगर पंचायत की आमदनी का जरिया बनने के बजाए विगत लंबे समय से मोटी कमाई का जरिया बन गया है। शादी विवाह एवं व्यक्तिगत कामो के लिए किराए पर दिए जाने वाले पानी टैंकर के बदले मिलने वाली राशि नगर पंचायत के मद में जमा होने के बजाए घोटाले की शिकार हो गई है।
इस संबंध में महिला काँग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष एवं वार्ड क्र 4 की पार्षद मनीषा पणिकर ने राजस्व निरीक्षक गिरवर दास पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्व निरीक्षक अपने पद का दुरुपयोग कर नगर पंचायत को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। पार्षद ने राजस्व निरीक्षक द्वारा पानी टैंकर के बदले बिना रसीद के वसूली गई राशि के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेरे कहने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नगर पंचायत द्वारा तीन टैंकर पानी की व्यवस्था कराई गई थी। इसके बाद भी राजस्व निरीक्षक प्रति टैंकर तीन सौ रुपये के हिसाब से नौ सौ रुपये वसूल लिये। इसके बदले उनसे कई बार रसीद की मांग की गई पर उन्होंने न तो रसीद दिया और न ही टैंकर का किराया नगर पंचायत मद में जमा कराया। इसके अलावा नगर के होटल व्यवसायी अकुलीचरण सिंह ने भी राजस्व निरीक्षक पर गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि मेरे घर एवं होटल के सैप्टिक टैंक की सफाई के बदले मुझसे आठ हजार एक सौ रुपये ले लिये। पैसे देने के बाद मैंने कई बार राजस्व निरीक्षक से रसीद की मांग की पर वो रसीद देने के बजाए होटल बंद कराने की धमकी देते है।
इसके अलावा अन्य कई नगरवासियों ने भी सैप्टिक टैंक एवं पानी टैंकर के बदले राजस्व निरीक्षक पर बिना रसीद दिए किराया लेने का आरोप लगाया है।पानी टैंकर के बदले किराया राशि गबन का मामला तूल पकड़ता देख राजस्व निरीक्षक ने बिना रसीद के लिए पैसे वापस करने की पेशकश की पर लोगो ने मना कर दिया। इस संबंध में सत्तापक्ष की पार्षद एवं महिला काँग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष मनीषा पणिकर ने सीएमओ को ज्ञापन सौंप राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई थी। पार्षद द्वारा शिकायत करने के दो माह बाद भी राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध कोई कार्रवाई नही होने से पार्षद में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने सीएमओ पर जांच में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे यह साबित होता है कि इस घोटाले में सब संलिप्त है या फिर जानबूझकर इस मामले में लीपापोती कर इसे दबाया जा रहा है।
इस संबंध में सीएमओ एस के तिवारी ने बताया कि इस संबंध में पार्षद द्वारा की गई शिकायत प्राप्त हुई है। इस मामले की जांच हेतु तीन सदस्यीय टीम बनाया गया है। जो इस मामले की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।