.. यह शख्स आएंगे लम्हा – लम्हा याद
अम्बिकापुर
रघुनाथ शासकिय जिला अस्पताल के सभागृह में सोमवार की शाम चार ऐसे कर्माचारियों की सेवानिवृती पर विदाई समारोह का आयोजन किया गया जो अस्पताल में अपनी जिंदगी का एक पूरा अध्याय बीतकर अपने कर्तव्यों के प्रति हमेशा सजग रहे । उनकी सेवानिवृती पर अस्पताल प्रबंधन सहित समस्त चिकित्सकों व स्टॉप ने फुल माला पहनाकर साल श्रीफल से उनका सम्मान किया और उनके साथ बिताए पलों को साझा किया । कार्यक्रम में सभी की अत्मियता देख कर सेवानिवृत होने के बाद कार्यालय सहायक मार्कंडेय शुक्ला (दाढी) ने उपस्थित लोगों को अपने विचार बताते हुए कहा कि खामोसी से वे आए थे , तुफान की तरह गुजर जाएंगे , हम वह शख्स है जो लम्हा – लम्हा याद आएंगे। श्री शुक्ला ने कहा ये अस्पताल मेरा एक घर था जहां मैं एक परिवार की तरह रहकर अपने काम को किया । मैने कभी नही समझा की मै सरकारी नौकरी कर रहा हुं। ज्ञात हो की श्री शुक्ला की पहली पदस्थापना वर्ष 1982 में ओङगी बिहारपुर में हुई थी । उस वक्त उस बीहङ व पहुंच विहिन इलाके में अपनी जिम्मेदारी को पूरा करते हुए उन्होने रामचन्द्रपुर , रामानुजगंज , धौरपुर व दरिमा क्षेत्र में कार्य करते हुए 14 अगस्त 1987 से उन्होने जिला अस्पताल में कार्यालय सहायक का पद सम्हालते हुए अपने जिम्मेदारी का बखुबी निर्वहन किया । जिला अस्पताल सहित अन्य कार्यालयों व लोगों के बीच उनकी पहचान दाढी शुक्ला के नाम से है । कार्यक्रम में शिविल सर्जन डॉ.एन.के.पाण्डेय ने कहा कि सेवानिवृती की एक प्रक्रिया होती है जिसे हमे निभाना होता है यह रिटार्यमेन्ट नही बल्कि एक अवकाश है इसके बाद भी लोगों को अपना काम चालू रखना चाहिए । उन्होने सेवानिवृत हुए सभी कर्मचारियों को उनके काम की सराहना करते हुए आने वाले समय के लिए शुभकामनाएं दी । श्री शुक्ला के अलावा वार्ड वॉय बजर राम ,रोहित राम , व वार्ड आया पार्वती ठाकूर को भी सेवानिवृत होने पर प्रबंधन व अन्य कर्मचारियों ने फूलमाला पहनाकर भावभीनी विदाई दी।