रायपुर,
रबी फसलों की खेती के लिए छत्तीसगढ़ में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को अब तक लगभग 168 करोड़ रूपए का अल्पकालीन ऋण वितरित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार की घोषित नीति के अनुरूप किसानों को खरीफ तथा रबी दोनों फसलों की खेती के लिए ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। चालू रबी मौसम के लिए 650 करोड़ रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण किसानों को बांटने का लक्ष्य रखा गया है।
राज्य सहकारी बैंक (अपैक्स बैंक) के अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने आज यहां बताया कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर के अंतर्गत रायपुर संभाग के पांच जिले आते हैं। इन पांच जिलों रायपुर, गरियाबंद, बलौदाबाजार, महासमुंद और धमतरी के किसानों को चार करोड़ 79 लाख रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण वितरित किया जा चुका है। दुर्ग संभाग के दुर्ग जिले के किसानों को 29 करोड़ 28 लाख, बालोद जिले के किसानों को 37 करोड़ 59 लाख रूपए तथा बेमेतरा जिले के किसानों को 46 करोड़ 54 लाख रूपए के अल्पकालीन कृषि ऋण बांटे जा चुके हैं। इसी प्रकार राजनांदगांव जिले के किसानों को 13 करोड़ 38 लाख और कबीरधाम जिले के किसानों को चार करोड़ पांच लाख रूपए के ऋण दिए गए हैं।
श्री बजाज ने बताया कि बिलासपुर संभाग के किसानों को तीन करोड़ 49 लाख रूपए का कृषि ऋण वितरित हुआ है। इस संभाग के बिलासपुर जिले के किसानों को दो करोड़ 77 लाख रूपए, मुंगेली जिले के किसानों को 11 लाख रूपए, जांजगीर-चाम्पा जिले के किसानों को 60 लाख रूपए के ऋण वितरित किए गए हैं। बस्तर संभाग के सात जिलों के किसानों को 18 करोड़ 32 लाख रूपए का ऋण दिया गया है। सरगुजा संभाग के अम्बिकापुर जिले के किसानों को दो करोड़ 9 लाख रूपए, बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के किसानों को एक करोड़ 46 लाख रूपए, सूरजपुर जिले के किसानों को दो करोड़ रूपए और कोरिया जिले के किसानों को 59 लाख रूपए के ऋण प्रदान किए गए। रायगढ़ जिले के किसानों को चार करोड़ 40 लाख रूपए तथा जशपुर जिले के किसानों को लगभग दो लाख रूपए के अल्पकालीन कृषि ऋण वितरित किए जा चुके हैं।