सीतापुर (फटाफट न्यूज) | अनिल उपाध्याय
अम्बिकापुर। बगैर परमिशन रेत परिवहन कर रहे हाईवा को तहसीलदार मुखदेव यादव ने जब्त कर पुलिस के हवाले कर दिया है। बिना किसी वैध दस्तावेज के मांड नदी से रेत उत्खनन कर परिवहन कर रहे उक्त हाईवा को तहसीलदार ने मौके पर दबिश देते हुए जब्त किया है। प्रशासन के इस कार्रवाई से रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन करने वालो सकते में आ गए हैं।
गौरतलब है कि एनजीटी ने नदियों से रेत उत्खनन एवं परिवहन पर रोक लगा रखा है। इसके बाद भी क्षेत्र की जीवनदायिनी मांड नदी से रेत का उत्खनन एवं परिवहन धड़ल्ले से किया जा रहा है। इस काम मे सक्रिय रेत कारोबारी धर पकड़ से बचने दिन के बजाए रात को रेत परिवहन में ज्यादा सक्रिय है। ताकि वो प्रशासन की आँखों मे धूल झोकते हुए बेखौफ होकर अपने मंसूबो को अंजाम दे सके। इनके द्वारा एनजीटी के नियमो को ताक पर रखकर जेसीबी मशीन से रेत उत्खनन के कारण क्षेत्र के नदी नालों का अस्तित्व खतरे में आ गया है।
रेत कारोबारियों द्वारा मशीन से की जाने वाली बेतरतीब खुदाई के कारण जहाँ नदी नालों का बहाव प्रभावित हो गया है। वही नदी नालों में खुदाई के कारण निर्मित गड्ढे लोगो के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। रेत कारोबारियों ने अपने निजी हित के लिए नदी नालों के साथ लोगो की जिंदगी दाव पर लगाने से बाज नही आ रहे है। लंबे समय से पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों के नाक के नीचे से चल रहे रेत के अवैध कारोबार पर कोई कार्रवाई नही होने से इनके हौसले बुलंद है। खनिज विभाग ने भी इस मामले में कार्रवाई के बजाए चुप्पी साध ली थी। जहाँ अधिकारियों एवं रेत कारोबारियों के बीच सांठगांठ से खनिज विभाग के नियमो की धज्जियां उड़ ही रही है। वही शासन को भी राजस्व का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
सीतापुर क्षेत्र में बेखौफ रेत कारोबारियों द्वारा अवैध रूप से किये जा रहे रेत उत्खनन एवं परिवहन पर लोगो की शिकायत पर तहसीलदार मुखदेव यादव दलबल सहित केशला मांड नदी पहुँचे। जहाँ उन्होंने अवैध रूप से रेत परिवहन कर रहे हाईवा क्र CG15 AC 5245 को जब्त करते हुए पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। प्रशासन के इस कार्रवाई से रेत उत्खनन एवं परिवहनकर्ता सकते में आ गए है।