मध्यप्रदेश के बैरसिया थाना क्षेत्र की एक 17 वर्षीय किशोरी थाने में अपनी मां के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंची थी। किशोरी का आरोप था कि उसकी मां उसका बाल विवाह कराना चाह रही है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए शिकायत के बाद किशोरी को बाल कल्याण समिति भोपाल के सामने पेश किया गया। हालांकि, यहां काउंसिलिंग के दौरान मां ने सारे आरोपों से इंकार किया।
मां का कहना था कि घर-परिवार में बढ़ती बच्ची के लिए रिश्ता देखने जैसी बातें होना आम है, लेकिन अभी विवाह की कोई योजना नहीं है। मां ने यह भी कहा कि उन्होंने मोबाइल को लेकर एक-दो बार बेटी को डांट दिया। इतने में वह थाने पहुंच गई, जिसकी उन्हें कल्पना भी नहीं थी।
जानकारी के अनुसार बालिका को उसके परिवार को सौंप दिया गया है। मामले में बाल कल्याण समिति लगातार फॉलोअप करेगी। बेटी के इस कदम से परिवार हैरत में नजर आया। मां ने कहा कि उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि घर-परिवार में होनी वाली सामान्य बातों को बेटी इस तरह से लेगी। दूसरी ओर बालिका का कहना था कि वह आगे पढ़ना चाहती है और शादी नहीं करना चाहती। किशोरी ने कहा कि मां उसे हर बात के लिए रोकती-टोकती है और यह कह देती है कि जो करना है, शादी के बाद करना, इसलिए उसे लगता है कि जल्द उसकी शादी कराने वाली है। मामले में मां ने समिति को आश्वासन दिया है कि बाल विवाह जैसी कोई बात उनके परिवार में नहीं है। दोनों पक्षों की काउंसिलिंग के बाद किशोरी को गुस्र्वार को घर भेज दिया गया।