केंद्र सरकार के कैबिनेट विस्तार से पहले ही मंत्रिमंडल से एक दर्जन से अधिक मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई। एक तरफ जहां स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से अहम मंत्रालय छीन लिया गया। तो वहीं सरकार को आईटी व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भी अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। रविशंकर प्रसाद से ऐसे समय पर इस्तीफा लिया गया है, जब उन्होंने मंत्रालय में नए आईटी नियमों को लागू किया था, जिसके चलते ट्विटर जैसी सोशल मीडिया कंपनियों से सरकार का टकराव चल रहा था। वहीं इस इस्तीफे ने राजनितिक विश्लेषक को भी हैरान कर दिया हैं। बता दें कि कैबिनेट से कुल 12 मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा है।
दिग्गज मंत्रियों की सूचि में शामिल रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर को कैबिनेट से बाहर कर दिया गया है तो वहीं हर्षवर्धन से स्वास्थ्य मंत्रालय छीन लिया गया है। राष्ट्रपति सचिवालय की विज्ञप्ति के अनुसार, ”भारत के राष्ट्रपति के प्रधानमंत्री के सुझाव पर मंत्रिपरिषद के 12 सदस्यों का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।” जिन मंत्रियों मंत्रिमंडल से बाहर किया गया है उनमें सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, थावरचंद गहलोत, रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ. हर्षवर्द्धन, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष कुमार गंगवार शामिल है। बता दें कि रविशंकर प्रसार के पास कानून मंत्रालय के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय था जबकि जावड़ेकर पर्यावरण मंत्रालय के साथ-साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दायित्व संभाल रहे थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संजय धोत्रे, रतनलाल कटारिया, प्रतापचंद सारंगी और देवश्री चौधरी का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया। इससे पहले, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया है । निशंक अप्रैल में कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे। ठीक होने के बाद उन्हें जून में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण एम्स में दोबारा भर्ती होना पड़ा था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। डॉ. हर्षवर्धन खुद एक डॉक्टर हैं और उनके पास स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का भी प्रभार था। गौड़ा ने भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है। गौड़ा, नरेंद्र मोदी सरकार में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम अनुपालन, विधि और रेल मंत्रालय का प्रभार भी संभाल चुके हैं।