बालोद। कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। वायरस की दूसरी लहर ने हर किसी को डरा दिया है। तेज हुई कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए प्रशासन ने ज़िलें में धारा 144 लगा दी। आदेश जारी कर जिला प्रशासन ने सख्ती के लिए कहा है। लेकिन लापरवाही लगातार जारी है। ऐसी ही बड़ी लापरवाही जिले के डौंडीलोहारा में सामने आई। जब टीकाकरण के तीसरे दौर में ग्राम पंचायत धनग़ांव से लोगो को सोशल डिस्टेंसिग के सारे नियमों को तोड़ते हुए माल वाहक वाहनों में ठूंसकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।
दरअसल डौंडीलोहारा जनपद पंचायत के द्वारा क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को टीकाकरण के लिए जागरूक करने के काम मे लगाया गया है। जिसके बाद रविवार को पंचायत के द्वारा ग्रामीणों को बाकायदा दो माल वाहक वाहनों भरकर अस्पताल लाया गया। हालांकि आए लोगो मे महज कुछ लोगो को ही कोरोना का टीका लग पाया। बाकी लोगो को दूसरे दिन आने को कहा गया।
● सोशल डिस्टेंसिग की धज्जियां आखिर किसके आदेश पर
सवाल ये उठता है कि कोरोना से बचाने टीकाकरण के लिए ग्राम पंचायत धनग़ांव से लाए जा रहे ग्रामीणों से सोशल डिस्टेंसिग की धज्जियां आखिर किसके आदेश पर उड़वाई जा रही है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बाद भी इसकी भयावहता से ग्रामीणों को क्यो अनजान रखा जा रहा हैं।
● आदेश का पालन कराने वाले खुद अनजान
टीकाकरण के लिए माल वाहक वाहनों में ग्रामीणों को ठूंसने वालो को न तो उनके बीच संक्रमण का डर है और न किसी के जान की फिक्र। जिला प्रशासन की ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाने व सामाजिक दूरी के नियम का कड़ाई से पालन कराया जाए। मगर जब आदेश का पालन कराने वाले आदेशों के उल्लंघन से अनजान है तो आम जनता को कैसे जागरूक करेंगे।
● ग्रामीणों खासकर बुजुर्गो को ले जाने वाहन की व्यवस्था
जनपद पंचायत के द्वारा स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और पंचायत सचिवों को डोर टू डोर लोगो को कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया गया है। ग्राम पंचायत धनगांव के सरपंच का कहना है कि जनपद के द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से कम से कम 60 व्यक्तियों को पंचायत से टीकाकरण के लिए भेजने का आदेशित किया गया है। ग्रामीणों खासकर बुजुर्गो को स्वास्थ्य केंद्र डौंडीलोहारा तक ले जाने के लिए वैकल्पिक तौर पर वाहनों की व्यवस्था की गई है।
● संक्रमण फैला सकती है व्यवस्था
ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए ग्राम पंचायत से स्वास्थ्य केंद्र तक लाए जाने के लिए बनाई गई वाहन की व्यवस्था कोरोना संक्रमण की बड़ी संवाहक साबित हो सकती है। बगैर किसी जांच के ग्रामीणों को माल वाहक वाहनों में ठूंसकर वैक्सीनेशन सेंटर तक लाया जा रहा है। ऐसे में कोरोना वायरस का संक्रमण एक दूसरे में तेजी से फैल सकता है और कोरोना चैन टूटने के बजाए बढ़ सकती है। जिसके बाद हालात भयावह हो सकते है।
“जनपद पंचायत के सीईओ दीपक ठाकुर का कहना है कि हम प्रेरित कर सकते है। हमने बताया है कि पंचायत के जो 45 वर्ष ऊपर के लोग है उनका टीकाकरण किया जाएगा। दिन निर्धारित किया गया है। रोस्टर बनाया गया है कि कौन से दिन कौन से पंचायत के लोग टीका लगवाएंगे। टीका लगवाने वाले स्वयं आएंगे। किसी वाहनों से लाने का निर्देश नही दिया गया।”