सूरजपुर
सूरजपुर के सोनगरा जंगल मे पिछले एक हफ्ते से डेरा जमाए 18 हाथीयो का दल आसपास के गांव मे जान माल को भारी नुकसान पहुंचा रहे है । पिछले दो दिनो मे हाथीयो ने तीन लोगो की जान ले ली है। इसके साथ ही कई एकड फसल को भी हाथी चौपट कर चुके है। लेकीन पूरे घटना के दौरान वन विभाग का गैरजिम्मेदाराना रवैया ग्रामीणो के आक्रोश का कारण बना हुआ है।
सोनगरा जंगल मे डेरा जमाए 18 हाथीयो के दल ने जिले के बोझा ,चन्दरपुर और सुखदेवपुर गांव मे कई एकङ फसलो को नुकसान पहुंचा चुके है । ं वही आज इन्ही हाथियो ने बोझा गांंव मे मोटरसायकल सवार नंदलाल और युनुस नाम के दो लोगो को पटक पटक कर मार डाला है। गौरतलब है कि एक दिन पूर्व ही इन्ही हाथियो के दल ने चन्दरपुर गांव मे एक ग्रामीण की भी बेरहमी से जान ले ली थी । वही वन विभाग के मनमाने रवैये से ग्रामीणो मे भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है ।
हाथीयो के द्वारा जान माल के नुकसान पहुंचाये जाने के बाद जहां वन विभाग के उदासीन रवैये से ग्रामिणो मे भारी आक्रोश है वही दो दिन मे तीन मौत होने के बाद भी विभाग के आला अधिकारीयो को ग्रामीणो को हो रहे परेशानी कि सुध लेने कि फुरसत नही है । वही कुछ वन विभाग के कर्मचारीयो द्वारा मौके स्थल पहुंच ग्रामीणो को समझाईश देकर खानापूर्ती करते नजर आते है। तो वही मौते के बाद वन विभाग के अधिकारी मरने वाले ग्रामिणो को ही लापरवाह बताते की कोशिश कर रहे है। इतना ही हाथियो द्वारा बेरहमी से इंसानी जान के इस मामले की जांच मे पंहुची खडगंवा चौकी पुलिस वन विभाग के कार्यवाही कि सराहना भी कर रही है। लेकिन ग्रामीणो और हाथीयो के बीच जारी अस्तित्व की लडाई मे बीच का रास्ता निकालने के लिए वन विभाग या जिला प्रशासन द्वारा कोई रास्ता नही निकाला जा रहा है।
पिछले दो दिनो मे तीन ग्रामीणो कि मौत के बाद वन विभाग कि उदासीन रवैये से ग्रामीणो मे लगातार आक्रोश बना हुआ है वही अब तक वन अमला ग्रामीणो को हाथीयो से सुरक्षित करने मे असफल रही है । वही ग्रामीणो को हाथीयो से सुरक्षीत करने के लिए वन विभाग क्या कदम उठाता है यह देखने वाली बात होगी ।