रायपुर, 25 नवम्बर 2014
राजधानी रायपुर के नलघर चौक स्थित नेताजी सुभाष स्टेडियम में आयोजित हाथकरघा कपड़ों की राष्ट्रीय प्रदर्शनी के दूसरे दिन लोगों की चहल-पहल रही। राज्य सरकार के ग्रामोद्योग विभाग और केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय के सहयोग से छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ द्वारा 21 दिवसीय प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी का समय दोपहर 12 बजे से रात्रि 09 बजे तक है। प्रदर्शनी में प्रवेश निःशुल्क है। कपड़ों की खरीदी पर ग्राहकों को बीस प्रतिशत की विशेष छूट भी दी जा रही है। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ सहित दस राज्यों के 59 बुनकर सहकारी समितियों द्वारा स्टाल लगाए गए हैं। इसमें छत्तीसगढ़ के 32 और अन्य राज्यों के 27 बुनकर सहकारी समितियों द्वारा आकर्षक एवं प्रसिद्ध कपड़ों का संग्रहण किया गया है। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ के बुनकरों द्वारा निर्मित कोसा साड़ी एवं सूती कपड़ों के अलावा मध्यप्रदेश की चंदेरी एवं महेश्वरी साड़ियां, बिहार की भागलपुरी एवं खादी सिल्क, हरियाणा के फर्नीशिंग कपड़े एवं गलीचा, राजस्थान की जयपुरी रजाई, उत्तर प्रदेश की बनारसी साड़ियां, जम्मू कश्मीर के प्रसिद्ध पश्मीना शॉल, पश्चिम बंगाल का कांथा एवं तात साड़ियां और आंध्र प्रदेश की पोचमपल्ली साड़ियां प्रमुख आकर्षण के केन्द्र हैं।