महतारी न्याय यात्रा के पहले गांधीनगर मे हुई आमसभा

अम्बिकापुर

महतारी न्याय यात्रा के दूसरे दिन भी आज जिला कांग्रेस कमेटी के अव्हान पर शहर कांग्रेस कमेटी ने महतारी न्याय यात्रा का आय़ोजन किया। स्थानिय गांधी नगर से शुरु कांग्रेस की ये यात्रा घडी चौक मे समाप्त हुई। कांग्रेस के मुताबिक प्रदेश की माताओं, बेटियों औऱ बहनों को बचाने एवं लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के लिये इस यात्रा का आय़ोजन किया जा रहा है। जिसमें आमजनों को सरकारी दवाईयों के उपयोग के पहले सर्तकता बरतने की अपील की गई । महतारी न्याय यात्रा के पूर्व गांधीनगर नाका के समीप कांग्रेस नेताओ द्वारा आमसभा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि बचपन में हमें मदारी सांप व नेवले का खेल दिखाने आता था और हम बड़े उत्सुकता से उसे देखते थे, लेकिन कभी सांप व नेवले में जंगी लड़ाई नहीं होती थी, केवल उत्सुकता बढ़ाने मदारी देखने वालों को ढगता था और अंत में कहता था कि जिसके पास जितना पैसा है देकर जाओं नहीं तो रात में मौत हो जायेगी, डर से सभी उसे पुरा पैसा देकर चले आते थे, वैसा ही हमारे साथ भी हुआ लोकसभा चुनाव के पूर्व मदारी की भांति नरेन्द्र मोदी ने लोगों को काफी आकर्षित किया और लोग आकर्षण में आकर वोट देकर उन्हें विजयी बनायें, लेकिन सरकार बनने के बाद क्या हो रहा है, सभी देख रहे हैं, स्वच्छता अभियान की बात करने वाले मोदी पहले अपनी ही पार्टी की राज्य सरकारों में बैठे भ्रष्टाचारियों का सफाया करें और आमजनों की मौत का सौदा करने वाले अमर अग्रवाल व रमन सिंह को पहले साफ करें, जहरीली दवाईयों का सौदा कर लोगों की जान लेने वाले रमन सिंह व अमर अग्रवाल को क्यों बक्सा जा रहा है, पहले तो नैतिकता के नाम पर उन्हें इस्तिफा देना चाहिए, यदि यह भी नहीं हुआ तो स्वयं पार्टी हाईकमान को इस्तिफा लेना चाहिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि लेकिन ऐसा कुछ नहीं होगा जब स्वयं मोदी को देष की चिंता नहीं है और इतनी बड़ी घटना होने के बावजुद विदेष यात्रा में लगे रहे और आने के बाद गरीबों की चिंता किये बगैर चुनावी सभाओं में हाजरी लगा रहे हैं तो यह समझा जा सकता है कि हमनें छोटी सी गलती करके कैसे चालबाज लोगों को सत्ता सौंपी है।unnamed (27)

प्रदेष उपाध्यक्ष बाल कृष्ण पाठक ने कहा कि यह महतारी न्याय यात्रा नसबंदी काण्ड में मृतकों के परिवार वालों को उचित मुआवजा, नौकरी तथा पिडि़तों के सही ईलाज व छत्तीसगढ़ की असुरक्षित माताएं, बहन व बेटियों के सुरक्षा को लेकर निकाली गई है। भाजपा सरकार कहती है कि कांग्रेस राजनीति कर रही है, मैं सरकार से पुछता हूं कि क्या झलियामारी आश्रम में बच्चियों के साथ जो हुआ उसकी जांच के लिये कांग्रेस ने कहा वह राजनीति थी, क्या गुरूकुल स्कूल लगातार बेटियां आत्महत्या कर रही हैं, उसकी जांच के लिये कांग्रेस कह रही है वह राजनीति है, क्या निर्दोष व्यक्तियों की आंखे आॅपरेषन के दौरान चली गई, उसमें गलती किसकी है, जांच की मांग कांग्रेस ने किया यह राजनीति है, क्या गर्भाष्य काण्ड में हजारों महिलाओं के गर्भाष्य निकाल लिये गये कांग्रेस न कहा जांच कराईये, दोषियों को सजा दीजिये, क्या यह राजनीति है या फिर नसबंदी में मृतकों के लिये न्याय मांग रही कांग्रेस मांग कर रही है कि दोषियों को सजा दिलाओ, सही जांच कराओ क्या यह राजनीति है। यदि यहीं राजनीति है तो यह सही जब तक पिडि़तों को न्याय नहीं मिलेगा कांग्रेस की यह राजनीति लगातार चलती रहेगी, कभी परिवर्तन यात्रा के रूप में तो कभी महतारी न्याय यात्रा के रूप में कांग्रेस ने सदियों से गांव की गलियों, सड़कों से लेकर, विधानसभा और लोकसभा तक संघर्ष किया है आगे भी करते रहेंगे।

प्रदेष सचिव शफी अहमद ने कहा कि विष्व में कोई ऐसा देष या राज्य नहीं होगा जहां का स्वास्थ्य मंत्री नषे का कारोबारी हो, छत्तीसगढ़ एकमात्र ऐसा राज्य है जहां के स्वास्थ्य मंत्री गुड़ाखु और तम्बाकु के कारोबारी है, कारोबार से हमें नाराज़गी नहीं किन्तु यह जरूरी तो नहीं कि इन्हें कि स्वास्थ्य मंत्री का पद दिया जाये। यह मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह और स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल की आपसी मिलिभगत है, जिसके कारण बिना जांच किये प्रदेष के सरकारी अस्पतालों में जहरीली दवा भेजी गई, एक ओर जहां बैगा, पहाड़ी कोरवा आदिवासियों की संख्या घटती जा रही है, राष्ट्रपति महोदय ने इन्हें अधिसूचित कर संरक्षित करने का बिड़ा उठाया, इनके नसबंदी पर प्रतिबंध है फिर क्यों इनकी नसबंदी की जा रही है। प्रदेष सचिव शफी अहमद ने कहा कि कल तक बांध बहने, बिल्डिंग गिरने, रोड उखड़ने की केवल घटना सामने आती थी, लोगों के जीवन से जुड़ी स्वास्थ्य विभाग इस मामले में सही थी, किन्तु भ्रष्ट व बेईमान मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ने तो हद पार कर दी है, लगातार आंख फोड़वा काण्ड कई जगह हो गये, इंण्डियन मेडिकल काउंसिल की रिर्पोट में आया आॅपरेषन के बाद आंख में डालने के लिये लोगों को दी जाने वाली ड्राप सही नहीं थी, गर्भाष्य काण्ड में सैकड़ों महिलाआंे के गर्भाष्य निकाल लिये गये, किन्तु उसके बावजुद कुछ समय पुनः उन डाक्टरों को कार्य करने का ओदष जारी कर दिया गया, नसबंदी मामले में भी रिर्पोट सामने आयी कि दवा में चुहा मारने वाला जहर मिला हुआ, अब प्रदेष के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री कैसे यह कहेंगे कि भ्रष्टाचार नहीं हो रहा है, यदि भ्रष्टाचार नहीं हो रहा है तो फिर कैसे नकली दवाओं की सप्लाई हो रही है।

कार्यक्रम को जिला उपाध्यक्ष आलोक दुबे, राजू बाबरा, महामंत्री जे.पी. श्रीवास्तव, गोपाल केषरवानी, मिडिया सेल अध्यक्ष द्वितेन्द्र मिश्रा, जिला महामंत्री राजू अग्रवाल, ब्लाॅक अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, महिला कांग्रेस अध्यक्ष संध्या रवानी, मधु दीक्षित, प्रवीण गुप्ता, अषफाक खान, जिला सचिव मदन जायसवाल, दुर्गेष गुप्ता, प्रषांत सिंह चिकू, सरिता पाण्डेय, मोनिका शुक्ला, डाॅ. लालचंद यादव, दीपक मिश्रा ने भी सम्बोधित किया, आभार प्रदर्षन हरिकृष्ण शर्मा ने तथा कार्यक्रम का संचालन प्रमोद चैधरी ने किया। इस अवसर पर राजेष मलिक गुड्डू, त्रिलोकी सिंह, दुर्गेष गुप्ता, वेद प्रकाष शर्मा वेदी, अतुल तिवारी, बिजेन्द्र गुप्ता, मो. इस्लाम, मो. नसीम, सत्येन्द्र तिवारी, षिव प्रसाद अग्रहरी, इन्द्रजीत सिंह धंजल, विनय गुप्ता, अषोक सिंह, सिमा चैहान, चित्रा मिश्रा, मंजू दुबे, सकीला परवीन, नसरीन, शेख नसीमा, रवि सिद्धू, प्रभात रंजन सिन्हा, परवेज आलम, प्रमोद सिंह, गणेष यादव, चूनमून तिवारी, जाॅन लकड़ा, विनोद एक्का, बबन सोनी, अनिमेष सिन्हा, आलोक सिंह, अमन सिंह, हिमांषु जायसवाल, जूही यादव, कृतिका पाण्डेय, अरविन्द पाण्डेय, चन्द्र प्रकाष सिंह, रौषन कन्नोजिया, बैजनाथ ठाकुर, कलीम अंसारी सहित काफी संख्या में कांग्रेसजन व आमजन यात्रा में उपस्थित थे। जिला कांग्रेस के मार्गदर्षन में ब्लाॅक कांग्रेस द्वारा निकाली गई यह यात्रा गांधीनगर में आमसभा उपरांत गांधीनगर नाका से गांधी चैक, लकड़ापारा, पटेल पारा वार्ड क्र. 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 उरांव काम्पलेक्स होते हुए नवापारा से आकाषवाणी चैक, गांधी चैक होकर घड़ी चैक पर पहुंची जहां पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने यात्रा का समापन किया। यात्रा के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री इस्तिफा दो तथा सरकारी दवाओं को उपयोग सर्तकता से करें। पीडि़त परिवारों को उचित मुआवजा तथा नौकरी दें के नारे लगाये।