बिलासपुर 14 नवंबर 2014
कलेक्टर श्री स्द्धिार्थ कोमल सिंह सिंह परदेशी ने आज निर्माता कंपनी मेसर्स महावर फार्मा कंपनी रायपुर की प्रतिबंधित दवाओं के वितरण और विक्रय पर जिले में कड़ाई से रोक लगाने के लिए जिले के थोक एवं चिल्हर दवा विक्रेता संघों के पदाधिकारियों की बैठक ली।
इस सिलसिले में आज स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने बिलासपुर में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये राज्य के सभी कलेक्टरों और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली। प्रमुख सचिव ने इस कंपनी की प्रतिबंधित दवाओं के वितरण और विक्रय से रोकने के लिए टीमें बनाकर सभी जिलों की समस्त दवा दुकानों, एजेंसियों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि प्रतिबंधित दवाएं मिलने पर उन्ळें जब्त कर ली जाए। साथ ही निरीक्षण प्रतिवेदन भी प्रस्तुत करने कहा है। जिन केमिस्ट, सरकारी, निजी अस्पतलों में उक्त कंपनी की दवाएं सप्लाई की गई है, उनके स्टॉक को सील करने का निर्देश दिया है। इसी परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर श्री सिद्धार्थ परदेशी ने चार टीमें बिलासपुर शहर के लिए गठित की हैं तथा सभी अनुविभागीय अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि अपने-अपने क्षेत्रों में टीमें गठित कर मेडिकल स्टोर्स, शासकीय व निजी अस्पतालों की जांच करें तथा उक्त दवाओं को सील बंद कर उनके विक्रय व वितरण को कड़ाई से प्रतिबंधित करें।
कलेक्टर ने बैठक में दवा विक्रेता संघ के पदाधिकारियों से कहा कि बिलासपुर में हुए दुखद घटना के बाद छ.ग. शासन द्वारा महावर कंपनी भी दवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया हैं, उसके विक्रय को रोकने में जिला प्रशासन का सहयोग करें तथा उनके पास इस कंपनी की स्टाक है तो उसे सीज करें साथ ही अपने संघ के माध्यम से सभी दवा विक्रेताओं को भी एलर्ट करें। प्रशासन की टीम दवा दुकानों में जांच करने जाएं तो उन्हें पूरा सहयोग करें। एजेंसियों से कहा कि कंपनी की दवा जिन दुकानदारों को सप्लाई की गई है, उन्हें वापस करा लें। सभी दवा विक्रेताओं ने भी इस कार्य में प्रशासन को पूरा सहयोग करने हेतु कलेक्टर को आश्वस्त किया।
बैठक में प्रभारी सी.एम.एच.ओ. डॉ.जीवानी, ड्रग इंस्पेक्टर श्री रविन्द्र गेन्दले, छ.ग. केमिस्ट एशोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, चिल्हर औषधि विक्रेता संघ के अध्यक्ष मुर्तजा वनक एवं इन संघों के पदाधिकारी उपस्थित थे।