उन्नाव. उन्नाव में रेप पीड़िता की मौत के बाद देश में एक तरफ गुस्से का माहौल है. तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश पुलिस के काम करने के तरीके में कोई बदलाव नहीं आ रहा है. बताया जा रहा है की उन्नाव के जिस गांव में दुष्कर्म के बाद पीड़िता को आग के हवाले कर दिया गया था. उसी गांव में एकल महिला, थाने में दुष्कर्म का प्रयास किये जाने की शिकायत करने पहुंची तो उसे वहां से ये कहकर भगा दिया की. ‘जब रेप हो जायेगा तब आना’.
जानकारी के मुताबिक, महिला का आरोप है कि थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे यह कहकर वहां से भगा दिया कि रेप होने के बाद यहां आना. महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस स्टेशन में एक सिपाही ने उससे कहा कि अभी तो बलात्कार नहीं हुआ है, जब ऐसा होगा तब आना. महिला ने आरोप लगाया कि अभी तक उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई है.
महिला के मुताबिक, कुछ महीने पहले जब वह दवा लेने जा रही थी, तब गांव के तीन पुरुषों ने उसे रोक लिया और उसके कपड़े खींचने लगे. तीनों ने मेरे साथ बलात्कार करने की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह उनके चंगुल से बचकर भाग गई. उसने सभी आरोपियों की पहचान भी कर ली थी, लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई. महिला ने बताया कि उसे थाने से बाहर निकाल दिया गया और उसे बलात्कार हो जाने के बाद आने के लिए कहा गया. महिला ने बताया कि वह तीन महीने से थाने आ रही है, लेकिन कोई थी उसकी बात सुनने को तैयार नहीं है.