शिक्षक दिवस पर अयोजित मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण समारोह में 25 शिक्षक सम्मानित 

अम्बिकापुर

पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के मौके पर शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में आज यहां स्थानीय शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अम्बिकापुर के सभाकक्ष में आयोजित मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण के संभाग स्तरीय समारोह में 25 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस समारोह में विकासखण्ड स्तर के 19 शिक्षकों को शिक्षादूत पुरस्कार के तहत प्रशस्ति पत्र, शील्ड और 5-5 हजार रूपये नगद और जिला स्तर पर ज्ञान दीप पुरस्कार के तहत 3 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, शील्ड एवं 7-7 हजार रूपये नगद तथा संभाग स्तर पर शिक्षा श्री पुरस्कार के तहत 3 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, शील्ड एवं 10-10 हजार रूपये नगद देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री भीम सिंह के पिता श्री सूरज सिंह को भी साल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।

 

मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण समारोह के मुख्य अतिथी सरगुजा सांसद कमलभान सिंह ने पुरस्कृत शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा गुरू की महिमा को प्रतिष्ठित करने के लिए मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि गुरू की महिमा अनंत है तथा गुरू द्वारा सिखाए गए अच्छे कार्य और गुण व्यक्ति के जीवन भर काम आतें है। उन्होंने ने कहा कि अच्छी शिक्षा पाने वाला विद्यार्थी जीवन में बहुत आगे बढ जाता है। सांसद ने कहा कि व्यक्ति का सम्मान नहीं बल्कि उसके गुण का सम्मान किया जाता है। उन्होंने इस अवसर पर शिक्षकों से अपील की कि वे इंमानदारी के साथ अपने पदीय दायित्वो का निर्वहन कर विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देकर राष्ट्र के निर्माण में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करें।

 

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्य सभा सदस्य श्री रामविचार नेताम ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन की मंशा के अनुरूप शिक्षकों का सम्मान को बरकरार रखने के लिए राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि समाज में पुराने समय में गुरूओं का बहुत सम्मान हुआ करता था। यहां तक की गुरू और ईश्वर में सबसे पहले गुरू को प्रणाम किया जाता रहा है। उन्होंने ने कहा कि गुरूजनों को भी अपने सम्मान को बनाए रखने के लिए पद के अनुरूप कार्य और व्यवहार करना चाहिए ताकि समाज में उनका सम्मान पूर्व की तरह ही होता रहे। श्री नेताम ने गुरूजनों से कहा कि वे विद्यार्थियों को अपना बच्चा समझकर उन्हें पुस्तकीय ज्ञान के साथ ही अच्छा नागरिक बनाने का प्रयास करें।

 

सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अमरजीत भगत ने कहा कि आज गौरव का दिन है क्योंकि आज शिक्षक दिवस के साथ ही गणेश चतुर्थी का भी दिन हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में सफल बनने के लिए शिक्षक ही अच्छे मार्गदर्शक और प्रेरणास्त्रोत है। श्री भगत ने कहा कि गुरू स्वंय जलता है और अपने लौ से समाज को प्रकाशित करता है। उन्होंने ने कहा कि माता-पिता केवल बच्चों जन्म देते है लेकिन जीवन जीने की कला शिक्षक ही सिखातें है। श्री भगत ने कहा कि किसी व्यक्ति को कितनी भी संस्कारिक चीजें दे दी जाये वे समाप्त हो जाती है लेकिन शिक्षा ही ऐसी चीज है जो जीवन पर्यन्त बनी रहती है और व्यक्ति के काम आती है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपने आचार और व्यवहार में बदलाव लाकर समाज को नई दिशा दें।

 

सरगुजा संभाग के कमिश्नर टी.सी महावर ने अपने सारगर्भित संबोधन में शिक्षक और शिक्षा की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बच्चों में शुरू से सही संस्कार डालने की अवश्यकता पर जोर दिया। उन्हांने कहा कि माता-पिता, शिक्षक और संसार की तमाम चीजों से बच्चें को सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन एक पाठशाला और सीखने का कोई समय नहीं होता है। श्री महावर ने शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों की मानसिकता को समझकर उसी के अनुरूप उनको पढाने के तरीके अपनाकर पढाएं ताकि वे पाठ्यक्रम को अच्छी तरह से समझ सकें। उन्होंने कहा कि किताबी ज्ञान के साथ ही आस-पास के चीजों के बारें में भी उन्हें बताएं। श्री महावर ने कहा कि जीवन में उच्च स्थान प्राप्त करने के लिए अधिक-अधिक सीखने की आवश्यकता है। उन्होंने वर्तमान में राष्ट्रीयता की भावना कम होने का चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि नियम के डर से नही बल्कि कर्तव्य की भावना से कार्य कर भारत को महान बनाने में सभी को अपना योगदान देना चाहिए।

 

कलेक्टर भीम सिंह ने कहा कि बच्चे स्कूल में ही सही अनुशासन सीखते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे के व्यक्तित्व निर्माण में स्कूल के हर शिक्षक के व्यक्तित्व के प्रभाव का योगदान रहता है। उन्होंने शिक्षको से कहा कि वे ईमानदारी से बच्चों को पढाकर अच्छा इंसान बनाए। उन्होंने बच्चों से भी कहा कि वे मेहनत करके ही जिंदगी में सफल हो सकते है। शिक्षा और मेहनत की बदौलत जीरो से हीरो भी बना जा सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षको को भी समय की आवश्यकता के अनुरूप पढाई के नये तरीकों ंअपनाकर बच्चों को शिक्षित और संस्कारिक करना चाहिए ताकि वे अपने जीवन में सफल इंसान बन सकें। ं

जिला पंचायत की अध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह ने कहा कि शिक्षक बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर सरगुजा का नाम देश में रोशन करें। उन्होंने कहा कि गुरूजन अपना सम्मान बनाएं रखने के लिए अपने कार्यपद्धति में बदलाव लाएं, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष प्रभात खलखों ने कहा कि देश को विश्व गुरू में शिक्षक अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करें। नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष जन्मेजय मिश्र ने मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह को बधाई दी। पार्षद आलोक दुबे ने कहा कि पूरे साल भर शिक्षकों का सम्मान किया जाना चाहिए । इस अवसर पर कलेक्टर भीम सिंह के पिता सूरज सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक आर एस नायक, गणमान्य नागरिक, षिक्षकगण और विद्यार्थी उपस्थित थे।