ओडगी-(शशांक सिंह) जिले के जनपद पंचायत ओडगी अंतर्गत ग्राम पंचायत बेदमी में गरीबों के आवास निर्माण में लीपा पोती का काम जोरों पर चल रहा है। लेकिन जनपद पंचायत से लेकर जिला प्रशासन तक के अधिकारी अमला सिर्फ दिखावे में लगे है और शासन के आंखो में धूल झोंक रहे है। जबकि ग्राम पंचायत बेदमी में कई निर्माण कार्यो में खुलेआम भ्रष्टाचार में रोजगार सहायक की भूमिका होने के बाद भी प्रशासन मौन बैठा हुआ है।
ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत बेदमी में जहां सिताराम पिता कैरा नाम का एक गरीब हितग्राहि है जिसका वर्ष 2013-14 में इंदिरा आवास योजना के तहत 70000 हजार का आवास स्वीकृत हुआ था। जबकि शासन के द्वारा उस समय इंदिरा आवास को भी सीट युक्त पक्का मकान दिया जा रहा था.. जिसमें हितग्राहियों को सिमेंट से जोडाई एवं एक रूम और परछी वो भी सिमेंट से पलसतर युक्त पक्का फर्स का मकान बनना था। लेकिन जनपद पंचायत ओडगी मे बैठे अधिकारी भ्रष्टाचार को संरक्षण दे बैठे हैं, जिससे जनपद क्षेञ के ग्राम पंचायत बेदमी में गरीबों के आवास निर्माण में खुलेआम भ्रष्टाचार चरम सीमा पर चल रहा है और अधिकारी मौन बैठे हुए हैं। हितग्राही एवं ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में सभी निर्माण कार्यो में रोजगार सहायक की निगाहें टीकी रहती हैं.. इसी तरह सिताराम का इंदिरा आवास आज तक नहीं बन पाया.. हितग्राही ने बताया कि मेरा इंदिरा आवास पास होने के बाद रोज रोजगार सहायक मेरे पास आता था और मेरे से पैसा निकलवा कर ले लिया और कहा था कि मैं बनवा दूंगा लेकिन रोजगार सहायक के द्वारा ईटा के नाम से एक गाड़ी छलटी यानी बिना जला हुआ ईटा लाकर गिरा दिया और इसके बाद कुछ नहीं किया जिससे एक दो बार पानी गिरने के बाद ईटा गल गया और इसके बाद इस ओर कुछ नहीं कराया गया। जिससे आज तक मेरा इंदिरा आवास नहीं बन पाया। कई बार रोजगार सहायक को कहने के बाद भी आवास नहीं बनवा रहा था। वहीं अभी कुछ दिन पहले काम चालू करवाया तो खुद रोजगार सहायक का पिता घर की जोडाई कर रहा है और वो भी बिना सिमेंट के मिट्टी से बनाया जा रहा है।
यह कैसा आवास-
पांच वर्ष पूर्व स्वीकृत इंदिरा आवास का आज तक निर्माण पूरा नहीं हुआ और बनाया भी जा रहा है तो एक ओर पूराने झोपड़ी नुमा घर कि दिवाल मे सटा कर, जिससे तीन ओर ही दिवाल की जोडाई किया गया है, वहीं मिट्टी के गिलावे से जोडाई किया गया और सिर्फ अधिकारियों को चकमा देने के लिए सामने के दिवाल में सिर्फ सिमेंट से पलसतर किया गया है और अंदर ना एक दिवाल उठाया गया है और ना ही सिमेंट का उपयोग किया गया है। और जनपद के आला अधिकारी मौन बैठे हुए हैं।
क्या रोजगार सहायक को अधिकारियों का संरक्षण-
ग्राम पंचायत बेदमी में पदस्थ रोजगार गारंटी योजना का रोजगार सहायक जिसका खुलेआम भ्रष्टाचार से लेकर कई गंभीर आरोप लगने के बाद भी इस रोजगार सहायक पर क्या जिला से लेकर जनपद पंचायत का अमला कार्यवाही की जगह मौन बैठा हुआ है। पूर्व में हुए जांच भी सही पाये जाने के बाद भी जनपद में पदस्थ अधिकारी क्यों कार्यवाही नहीं किये.. यानी इस रोजगार सहायक की ऊँची पकड़ होने के कारण जिला से लेकर जनपद पंचायत के अधिकारी बौने पड़ जाते है। जिसके कारण इसकी मनमानी और ग्रामीणों की शिकायत कूढे दान में डाल दिया जाता है। जिससे रोजगार सहायक का मनोबल बढ़ा हुआ है।
झोपड़ी है सहारा –
इस गरीब को शासन ने इंदिरा आवास के तहत छत देने के लिए आवास की स्वीकृती तो दिया। लेकिन पिछड़े क्षेञ को जनपद पंचायत में पदस्थ अधिकारी चारागाह बना बैठे हैं, जिसके कारण पांच वर्ष पूर्व स्वीकृत इंदिरा आवास इस गरीब का आज तक नहीं बन पाया और आज भी झोपड़ी में जीवन यापन करने को मजबूर है।
श्रवण कुमार मरकाम, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत ओडगी
रोजगार सहायक की कई मनमानी की शिकायत मेरे पास आई है जल्द कार्यवाही की जाएगी.. वहीं हितग्राही का आवास योजना के अनुरूप बनवाया जाएगा।