शादी से पहले उठी बहन की अर्थी…. कार्ड बांटने घर से निकली बहन के लिए ट्रेलर बना काल

अम्बिकापुर 

कटनी-गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 में ट्रेलर ने बाइक सवार भाई बहन को अपनी चपेट में ले लिया ।  जिस हादसे में बहन की मौके पर ही मौत हो गई तो वहीं भाई गंभीर रूप से घायल हो गया है । जिसे इलाज के लिए अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां घायल का इलाज जारी है । इधर इस हादसे मे ट्रेलर, मोटरसाईकिल को चपेट मे लेने के बाद सडक किनारे गड्ढे मे जा घुसा, जिससे ट्रेलर मे आल लग गई और आग जंगल मे भी फैल गई। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान NH 43 पर करीब 1 घंटे तक जाम लगा रहा ।

 

सरगुजा जिले के लुंड्रा क्षेत्र के ग्राम झेरडीह के रहने वाले भाई बहन ज्योति गिरी औऱ विजय गिरी के चचेरे भाई अजय की शादी 17 अप्रैल को होनी थी ,, जिसके लिए दोनों भाई बहन मोटरसाइकिल में सवार होकर अपने रिश्तेदारों को कार्ड देने अम्बिकापुर आ रहे थे ,, इसी दौरान अंबिकापुर से महज 10 किलोमीटर दूर NH 43 पर लालमाटी के समीप पीछे से आ रहे खाली ट्रेलर ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया,,,  जिससे ज्योति गिरी की मौके पर ही मौत हो गई , तो वही भाई विजय गिरी गंभीर रूप से घायल हो गया ,, घटना के बाद घायल को आनन फानन मे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया , तो मृतक बहन के क्षत विक्षत शव को घटना स्थल से जिला अस्पताल तक लाने मे पुलिस को काफी मशक्कत करनी पडी,,

अम्बिकापुर से नजदीक लुचकी घाट के ऊपर हुए इस हादसे इतना भयंकर था कि मोटरसाईकिल को चपेट मे लेने के बाद अनियंत्रित ट्रेलर सड़क किनारे गड्ढे में जा गिरी , जिससे ट्रेलर में आग भी लग गई,, ट्रेलर में आग लगने से पास के ही सागौन नर्सरी के जंगल भी धीरे धीरे आग की चपेट मे आ गई,, जिससे एनएच 43 एक घंटे तक पूरी तरह जाम रहा ,, हांलाकि घटना की खबर के बाद कोतवाली और रघुनाथनगर चौकी पुलिस के साथ एसडीएम पुष्पेन्द्र शर्मा और सीएसपी  आर एन यादव भी मौके पर पंहुचे , जिनकी मौजूदगी मे फायर बिग्रेड की टीम ने आग पर काबू पाया,,

 

जिस घर मे कुछ दिन बाद खुशियो की शहनाई बजने वाली थी और उस घर मे अर्थी उठाने की तैयारी है,,, घटना के बाद से पूरे परिवार और झेराडीह गांव मे मातम का माहौल है तो दूसरी ओर हादसे मे घायल मृतका भाई जिंदगी और मौत की जंग लड रहा है । बहरहाल हादसे के बाद ट्रेलर मे लगी आघ बुझा कर अवरुद्द मार्ग बहाल करा दिया गया है,,, लेकिन जंगल की आग पर पूरी तरह काबू नही पाया जा सका है,,, और सबसे हैरान करने वाली इस पूरी घटना के दौरान वन विभाग का कोई भी नुमाईंदा घंटो तक मौके पर नही पहुंचा,, जबकि बेशकीमती सागौन की लडकिया धू धू कर जल रही थी ….