मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज सवेरे राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास परिसर में आयोजित ‘जनदर्शन’ कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए ग्रामीणों और आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। डॉ. सिंह को कबीरधाम जिले के ग्राम पंचायत कुकरापानी के आश्रित गांवों – जामपानी और कोटंगापानी से आए विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन सौपकर ग्राम बगबुड़ा स्थित वन भूमि के कक्ष क्रमांक 436 में नई बसाहट दिलाने का अनुरोध किया।
उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि पण्डरिया विकासखंड के इन गांवों में बैगा समुदाय के 125 परिवार निवास कर रहे हैं। पहाड़ी इलाके में होने के कारण जमीन पथरीली है, इसलिए खेती भी नहीं कर पा रहे हैं। स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें इन गांवों से लगभग 15 किलोमीटर का लम्बा और कठिन रास्ता तय कर तरेगांव (जंगल) आना-जाना पड़ता है। इस कठिनाई को देखते हुए प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से उन्हें ग्राम पंचायत लिम्हईपुर के बगबुड़ा स्थित वन भूमि कक्ष क्रमांक 436 में नई बसाहट दिलाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने उनका आवेदन जिला कलेक्टर को आवश्यक कार्रवाई के लिए भिजवाया। मुख्यमंत्री को बालोद जिले के पाररास रोशन नगर (भांठापारा) वार्ड नम्बर 20 के लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए जमीन का पट्टा दिलवाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने उनका भी आवेदन आवश्यक कार्रवाई के लिए जिला कलेक्टर को भिजवाया।
मुख्यमंत्री से जांजगीर-चाम्पा जिले के ग्राम भातमाहुल के लोगों ने भी जनदर्शन में मुलाकात की और उन्हें बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा विगत तीन वर्ष में आज तक एक भी ग्रामसभा का आयोजन नहीं किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचलयों के निर्माण में भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है और प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीबों को लाभ नहीं दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने उनका आवेदन जांजगीर चाम्पा जिले के कलेक्टर को भेजकर ज्ञापन के सभी बिन्दुओं के जांच करवाने के निर्देश दिए।