अम्बिकापुर
शहर से लगे मेंड्राकला गांव में दोस्तों के साथ लुका-छिपी का खेल रही 10 वर्षीय बच्ची की पड़ोस महिला ने पहले जमकर पिटाई की और इसके बाद बच्ची के ऊपर मिट्टी तेल डालकर जलाने का प्रयास भी किया। अम्बिकापुर मेडिकल कालेज अस्पताल में 3 दिनों से अचेत पड़ी बच्ची ने गुरूवार को पुलिस व नायब तहसीलदार को अपना बयान दर्ज कराया जिसके बाद पुलिस ने मामले में जुर्म दर्ज कर लिया है।
गौरतलब है की अम्बिकापुर से लगे ग्राम मेंड्राकला निवासी जंगलाल उरांव की 10 वर्षीय बेटी आराधना सोमवार की सुबह अपने दोस्तों के साथ घर के पास ही लुका-छिपी खेल रही थी। इसी बीच आराधना पड़ोस के एक घर में घुसकर दरवाजे के पीछे जाकर छिप गई। इस दौरान पड़ोसी महिला की नजर उस पर पड़ी और इस बात से नाराज महिला ने बच्ची को पकड़कर पहले पीटना शुरू कर दिया और जब महिला की मार से बच्ची अचेत हो गई तब गुस्से में आग बबूला महिला ने अचेत बच्ची पर मिट्टी तेल डालकर आग लगा दी। इस दौरान अचानक बच्ची की आंख खुल गई और उसने चिल्लाना शुरू कर दिया। बच्ची की आवाज सुनकर मोहल्ले के लोगों ने घर में पहुंच कर पहले आग बुझाई और बच्ची को तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। बच्ची पिछले तीन दिन से अस्पताल में अचेत स्थिति में पड़ी हुई थी और तीन दिन तक बच्ची की स्थित में सुधार ना होने के कारण परिजनों ने भी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी लेकिन गुरुवार को बच्ची को होश में आने के बाद परिजनों ने घटनाक्रम की जानकारी मणिपुर चौकी प्रभारी सतीश सोनवानी को दी। घटना की सूचना पर शाम को नायब तहसीलदार प्रेरणा सिंह ने अस्पताल पहुंच कर बालिका का बयान दर्ज किया। वही बच्ची के बयान के बाद पुलिस ने मामले में पड़ोसी महिला के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।