ग्रामीणों को झाँसे में ले कर सरपंच कैसे डकार गई गाढ़ी कमाई…. सीईओ ने कहा होगी कठोर कार्रवाई

सीतापुर से अनिल उपाध्याय
अम्बिकापुर ग्रामीणों को अपने झाँसे में लेकर गाँव की सरपंच ने ग्राहक सेवा केंद्र संचालक के सहयोग से उनके बैंक खाते में जमा मेहनत की गाढ़ी कमाई डकार गई…ग्रामीणों ने जब अपने बैंक खाते का डिटेल पता किया तब उन्हें पता चला कि उनका बैंक में जमा-पूँजी पर सरपंच ने हाथ साफ कर दिया है।यह जान ग्रामीणों के होश उड़ गये उन्होंने सरपंच से अपनी जमा-पूँजी वापस करने गुहार लगाई किन्तु अभी तक उनका आहरित पैसा उन्हें वापस नही मिला है…
दरअसल मामला मनरेगा से जुड़ा हुआ है इस योजना के तहत ग्राम पंचायत ढेलसरा में सड़क निर्माण कराया जा रहा है जिसमे जॉबकार्ड मजदूरों के बजाये बिना जॉबकार्डधारी मजदूर काम कर रहे है किन्तु सरपंच-सचिव मस्टररोल में जॉबकार्ड धारी मजदूरों का नाम दर्ज किया जा रहा है…. मस्टररोल के आधार पर मजदूरी भुगतान की राशि सीधे जॉबकार्ड वाले मजदूरों के खाते में जमा किये जा रहे है… इससे सरपंच-सचिव के सामने ये समस्या निर्मित हो गई कि मजदूरी भुगतान हेतु जॉबकार्ड धारी मजदूरों के खाते से पैसा कैसे निकल जाये इसके लिये पहले उन्होंने जॉबकार्ड वाले मजदूरों को अपने झाँसे में लिया और ग्राहक सेवा केंद्र के सहयोग से सरपंच ने श्रीमती सलोमी लक्षमण टिलविस्टर सहित दर्जनों भर जॉबकार्ड धारी मजदूरों के खाते में जमा मजदूरी भुगतान की राशि समेत उनके खाते में पहले से जमा राशी भी आहरित कर लिया।इस बात की भनक मज़दूरो को तब हुई जब उन्होंने अपना बैंक एकाउंट चेक कराया तो पता चला की सरपंच एवं ग्राहक सेवा केंद्र संचालक ने मिलकर उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई डकार गये…
बैंक ने काटा होगा पैसा
इस संबंध में सरपंच श्रीमती मंगरी तिर्की ने बताया कि मजदूरी भुगतान करने के लिए हमने उनके खाते में जमा मजदूरी राशि भर आहरण किया है… उनके खाते का पैसा बैंक वालो ने काटा होगा.. दूसरी तरफ मामले की जानकारी पर सीतापुर जनपद पंचाय़त के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजय सिंह ने कहा कि वो इस मामले की जाँच करायेंगे अगर मामला सही पाया गया तो कठोर कार्रवाई की जायेगी…