भोपाल
मध्य प्रदेश में हैट्रिक बनाकर सत्ता में लौटे शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को जंबूरी मैदान के मुक्ताकाशी मंच पर तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल रामनरेश यादव ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर शिवराज ने पांच साल में मध्य प्रदेश को विकास के मामले में सर्वोच्च स्थान दिलाने का एलान किया। गरीबों के कल्याण के लिए उन्होंने एक रुपये प्रति किलोग्राम चावल की योजना की भी शुरुआत की।
तीसरी बार अपनी ताजपोशी के बाद आत्मविश्वास से लबरेज शिवराज ने अपने 40 मिनट के जोशीले भाषण में मध्य प्रदेश को कल्याणकारी राज्य के रूप में विकसित करने मंशा भी जताई। मंच पर ही चार अहम फैसलों से संबंधित फाइलों पर दस्तखत कर जनता के बीच फैसले करने का जज्बा प्रदर्शित किया और अपनी प्राथमिकताओं की झलक भी दिखा दी। समाज के सभी वर्गो से संबंधित योजनाओं पर फोकस करते हुए शिवराज ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, उद्योग, रोजगार, किसान, मजदूर, गरीब, पानी, बिजली, सड़क और नदी जोड़ो अभियान की अपनी योजनाएं गिनाई।
केंद्र पर भेदभाव का आरोप जड़ते हुए उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्गो की दुर्दशा और गरीबों के राशन का भी जिक्र किया। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के पूर्व के बयानों पर कटाक्ष कतरते हुए उन्होंने कहा कि योजनाओं का पैसा सोनिया गांधी, राहुल गांधी अथवा शिवराज सिंह का नहीं है। यह जनता का है। उन्होंने दोहराया, ‘मेरी हर सांस पर जनता का अधिकार है। अंतिम सांस तक जनता की सेवा और प्रदेश के विकास में जुटा रहूंगा।’
राज्यों को स्वायत्तता की पैरवी
केंद्र-राज्य संबंधों को लेकर शिवराज ने नई बहस भी छेड़ दी। राज्यों को ज्यादा स्वायत्तता की वकालत करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ने राज्यों के अधिकारों पर हस्तक्षेप कर संघीय ढांचे को छिन्न-भिन्न किया है, इसलिए राज्यों को ज्यादा स्वायत्तता देते हुए उन्हें केंद्रीय करों का 50 फीसद हिस्सा दिया जाए।
ताजपोशी के बने साक्षी
शिवराज की ताजपोशी के साक्षी बनने के लिए स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी सहित सभी धर्मो के संत कार्यक्रम में मौजूद थे। कार्यक्रम में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर भी समारोह में शामिल हुए। तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू व शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी कार्यक्रम में शिरकत की।