स्पोर्ट्स डेस्क. भारत को पिछले साल अंडर-19 वर्ल्ड कप खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले मनजोत कालरा को उम्र धोखाधड़ी का दोषी पाया गया है और उन पर एज ग्रुप टूर्नामेंट में दो साल के लिए बैन लगा दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली क्रिकेट के लोकपाल ने उन पर यह बैन लगाया. वहीं भारत को सबसे बड़ा झटका शिवम मावी के रूप में लग सकता है. उम्र धोखाधड़ी मामले में उनका मामला आगे बीसीसीआई को भेज दिया गया है.
मनजोत कालरा पिछले साल हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले में मैन ऑफ द मैच रहे थे. उन्होंने फाइनल में विजयी शतक जड़ा था. इसी साल जून में दिल्ली पुलिस की एक विशेष जांच यूनिट ने कालरा के माता-पिता पर चार्जशीट दाखिल की थी.
उन पर आरोप लगाया गया था कि जूनियर क्रिकेट खिलाने के लिए उन्होंने मनजोत की जन्मतिथि 1999 बताई. जबकि खबरों के अनुसार कालरा की असली जन्मतिथि 15 जनवरी 1998 है ना कि 15 जनवरी 1999. हालांकि जब यह मामला उठा था तो उस समय मनजोत बालिग नहीं थे कि उन पर एफआईआर दर्ज की जाए, इसीलिए चार्जशीट में उनके पिता प्रवीण कुमार और माता रंजीत कौर का नाम लिखा गया.
भारत को चौथी बार अंडर-19 वर्ल्ड कप दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले शिवम मावी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे है. मावी टीम इंडिया का भविष्य माना जाता है. मगर उम्र धोखाधड़ी में फंसने के बाद उन्हें बड़ा झटका लग सकता है. 21 साल के शिवम मावी ने छह फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 115 रन बनाने के साथ ही 25 विकेट भी लिए हैं. जबकि 16 लिस्ट ए क्रिकेट में 74 रन बनाने के साथ ही 22 विकेट लिए. वहीं 9 T-20 मैच में 13 रन बनाने के साथ ही पांच विकेट भी लिए. वहीं केकेआर के दूसरे खिलाड़ी नीतीश राणा भी उम्र धोखाधड़ी के मामले में फंसे हैं. इस खिलाड़ी को अपनी जन्मतिथि से जुड़े पेपर जमा करने के लिए कहा गया है. अगर वो गलत पाई जाती है तो नीतीश राणा पर भी कार्रवाई हो सकती है.