Cristiano Ronaldo की सफलता का राज

फ़टाफ़ट डेस्क। क्रिस्टियानो रोनाल्डो को आज कौन नहीं जानता है। रोनाल्डो एक मशहूर फुटबाल प्लेयर है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जन्म 5 फरवरी 1985 में पुर्तगाल में हुआ था। उनका जन्म एक बहुत गरीब घर में हुआ था। रोनाल्डो की दो बडी बहन और एक बड़ा भाई है।

रोनाल्डो की मां दूसरों के घर में खाना बनाती थी और उनके पिता माली थे। रोनाल्डो एक बहुत सामान्य घर से थे। उनके पास पैसे की कमी होने के कारण खिलौने भी नहीं थे।उनके माता पिता दिन रात मेहनत कर कर अपने परिवार का गुजारा कर रहे थे।

पैसो की कमी के कारण उनकी माता उन्हें जन्म से पहले ही मार देना चाहती थी परंतु डॉक्टर ने गर्भपात करने से मना कर दिया था। पर आज रोनाल्डो दुनिया के पहले ऐसे फुटबॉलर है जिन्होंने सात हजार पांच सौ से ज्यादा की कमाई की है। उनकी जिंदगी से जुड़े बहुत सी प्रेरणा देने वाली बाते है।

रोनाल्डो का घर बहुत ही छोटा था। वह और उनके भाई बहन एक ही कमरे में रहते थे। रोनाल्डो को कभी क्रिसमस पर गिफ्ट्स नहीं मिले पर फुटबाल एक ऐसी चीज थे जिससे उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती थी। रोनाल्डो ने सात साल की उम्र से ही फुटबाल खेलना शुरू कर दिया था। रोनाल्डो ने तब अंडोरिन्ह की यूथ टीम के लिए खेलना शुरू किया था और उनके पिता उसी टीम में टीम किट मन का काम करते थे। वह हर छोटा काम करते थे ताकि वो थोड़े से पैसे कमा सके।इस कारण से टीम के बाकी खिलाड़ी रोनाल्डो को चिढ़ाते थे पर रोनाल्डो ने उनकी बातो का असर कभी भी अपनी खेल पर में पड़ने दिया। उन्होंने अपने खेल को और भी बेहतर किया। रोनाल्डो को बचपन में और अब भी लिटिल क्राई बेबी भी बुलाया जाता है। वह बहुत भावुक है इसी कारण से उन्हें यह टाइटल मिला है। अंडोरिन्हा के लिए खेलने के बाद रोनाल्डो ने दो साल नेशनल के लिए भी खेला था। सन 1997 में स्पोर्टिंग क्लब पुर्तगाल ने रोनाल्डो को 1500 पाउंड में साइन कर लिया था। तब से वह उनके साथ खेलने लगे थे।उन्हें एक के बाद एक सफलता मिलती गई पर उन्होंने कभी भी अपनी खेल में कमी नहीं होने दी।उन्होंने 11 साल में अपना घर छोड़ दिया था और स्पोर्टिग क्लब पुर्तगाल में फुटबाल ट्रेनिंग के लिए चले गए थे। वहां उन्होंने अपने गेम को और बेहतर किया। आज रोनाल्डो जब लिस्बन गए तो उनकी भाषा को लेकर भी उनका मजाक बनाया गया और एक बार स्कूल में अध्यापक द्वारा उनके परिवार और उनका मजाक बनाने पर उन्होंने टीचर पर कुर्सी फेंक दी जिसकी वजह से उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया और उसके बाद वे कभी स्कूल नहीं गए।

जब रोनाल्डो पंद्रह साल के थे उन्हें तच्यकर्दिया था जिसकी वजह से डॉक्टर ने उन्हें फुटबाल खेलने से मना कर दिया था पर रोनाल्डो रुकने वाले कहां थे उन्होंने अपने हृदय का ऑपरेशन कराया जिसमे उन्हें जान का जोखिम भी था पर वे जल्द ही हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुए और वापिस से फुटबाल की प्रैक्टिस शुरू कर दी। इस सर्जरी के बाद किस्मत जैसे उन पर मेहरबान ही हो गई हो। रोनाल्डो ने 7 अगस्त 2003 को मैनचेस्टर यूनाइटेड के साथ एक मैच खेला था जिसमे मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाड़ियों की हार हो गई थी पर वो रोनाल्डो के खेल से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने रोनाल्डो को अपनी टीम में शामिल कर लिया। आज रोनाल्डो ने अपनी फुटबाल करियर में 32 अहम ट्रॉफीज जीती है। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही बहुत कुछ देखा है चाहे वो गरीबी हो या कामयाबी।