रोहित शर्मा फाइनल में पहुंचने के बाद भी खुश नहीं, बता दी टीम की बड़ी कमी, कहा- एक समय दर्शक तक हो गए थे शांत

नई दिल्ली. टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में जगह बना ली है. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड पर 70 रन से जीत दर्ज करने के बाद कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने मैच में खराब फील्डिंग की. इसके बावजूद हमने धैर्य नहीं खोया. मैच भारत ने पहले खेलते हुए 4 विकेट पर 397 रन बनाए और इस तरह से टीम ने वर्ल्ड कप के नॉकआउट राउंड में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया. जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 48.5 ओवर में 327 रन बनाकर आउट हो गई. टीम इंडिया की ओर से विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने शतक जड़ा. यह विराट का वनडे करियर का 50वां शतक है. वहीं तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 7 विकेट लेकर इतिहास भी रच दिया. वे वनडे क्रिकेट में भारत की ओर से 7 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं. टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में आज साउथ अफ्रीका भिड़ंत ऑस्ट्रेलिया से होनी है. यह मैच कोलकाता के ईडन गार्डंस में खेला जाएगा. फाइनल मैच 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाना है.

रोहित शर्मा ने मैच के बाद कहा, मैंने वानखेड़े के मैदान पर काफी क्रिकेट खेली है. मैदान पर कोई भी स्कोर हो, आप आराम नहीं कर सकते. हमें अपना काम पूरा करना था. हम जानते थे कि हम पर दबाव होगा. हमने मैदान पर आज खराब फील्डिंग के बाद भी धैर्य नहीं खोया. उन्होंने कहा कि यह लंबा टूर्नामेंट है. हमने 9 मैचों में अच्छी फील्डिंग की है और किसी मैच में ऐसा हो सकता है. हमें खुशी है कि हम अंत में जीत दर्ज करने में सफल रहे. मालूम हो कि मैच में शमी से लेकर रोहित तक ने कैच टपकाए.

शमी ने कराई शानदार वापसी

रोहित शर्मा ने लक्ष्य का शानदार तरीके से पीछा करने के लिए न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन और डेरिल मिचेल की सराहना करने के साथ मैच में वापसी का श्रेय मोहम्मद शमी को दिया. उन्होंने कहा कि विलियम्सन और मिचेल ने शानदार बल्लेबाजी की. हमारे लिए धैर्य बनाए रहना महत्वपूर्ण था. एक समय दर्शक भी शांत हो गए थे, लेकिन हम जानते थे कि हमें कैच या रन आउट की जरूरत थी. शमी ने ऐसे में शानदार गेंदबाजी की. रोहित ने टीम को बड़े लक्ष्य तक पहुंचाने में बल्लेबाजों के योगदान की सराहना की.

टीम थी दबाव में

रोहित शर्मा ने कहा कि टॉप के 5-6 बल्लेबाज शानदार लय में हैं. उन्हें जब भी मौका मिला है, उन्होंने इसका फायदा उठाया है. यह देखकर बहुत खुशी हुई कि अय्यर ने इस टूर्नामेंट में हमारे लिए क्या किया है. शुभमन गिल जिस तरह से हमारे लिए बल्लेबाजी की वह शानदार है. दुर्भाग्य से उसे हैमस्ट्रिंग के कारण बाहर जाना पड़ा. विराट कोहली ने वही किया, जिसके लिए वे जाने जाते हैं. उन्होंने अपना ऐतिहासिक शतक भी पूरा किया. कप्तान ने माना कि टीम सेमीफाइनल मुकाबले को लेकर दबाव में थी.

उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर यह सेमीफाइनल मुकाबला था, तो यह नहीं कहूंगा कि कोई दबाव नहीं था. जब भी आप खेलते हैं, तो दबाव होता है. सेमीफाइनल में थोड़ा अतिरिक्त दबाव होता है. हम इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहते थे, बस वही करना चाहते थे जो हम पहले 9 मैचों में करते आए हैं. मालूम हो कि भारतीय टीम चौथी बार वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है. इससे पहले 1983, 2003 और 2011 में टीम ने ऐसा किया था.