नई दिल्ली. भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच से पहले टीम इंडिया में बदलाव किया गया है। केएल राहुल और रवींद्र जडेजा चोट की वजह से अगला मैच नहीं खेल पाएंगे। चयनकर्ताओं ने सरफराज खान और वाशिंगटन सुंदर के साथ सौरव कुमार को टीम में जगह दी है। 30 साल के इस खिलाड़ी को पहली बार भारतीय टीम में जगह मिली है।
उत्तर प्रदेश के लिए खेलने वाले बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार ने इंग्लैंड लॉयन्स के खिलाफ दमदार प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को प्रभावित किया। दूसरे अनाधिकृत टेस्ट मैच की दूसरी पारी में उन्होंने कुल 5 विकेट झटकर मैच में इंडिया ए को जीत दिलाई थी। 30 साल के इस स्पिनर ने 68 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेलकर 290 विकेट हासिल किए हैं वहीं 27 की औसत से 2061 रन बनाए है।
एयरफोर्स की नौकरी छोड़ दी थी
सौरभ कुमार ने उत्तर प्रदेश की तरफ से रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए एयरफोर्स की नौकरी तक को छोड़ दिया। इस खिलाड़ी ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू सेना की टीम से ही किया था। एयरफोर्स में सौरव कुमार का चयन खेल कोटे से ही हुआ था। उत्तर प्रदेश की रणजी टीम की तरफ से खेलने की चाहत रखने की वजह से मुश्किल फैसला लिया और एयरफोर्स की नौकरी छोड़ दी।
भारतीय क्रिकेट प्रणाली में आम तौर पर 30 की उम्र के पास पहुंचने पर खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण का सपना छोड़ने लगते है। दिवंगत बिशन सिंह बेदी को आदर्श मानने वाले सौरभ कभी हार नहीं मानना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘बिशन सर मुझसे कहते थे कि कड़ी मेहनत करते रहो और जब भी मौका मिले अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहो। मैं वास्तव में कभी भी खुद को नेट या गेंदबाजी से दूर नहीं रखता।’’
भारत के पूर्व बाएं हाथ के गेंदबाज और उत्तर प्रदेश के मौजूदा कोच सुनील जोशी ने ‘पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सौरभ (कुमार) एक शानदार क्रिकेटर हैं, खेल और परिस्थिति को अच्छे से समझते हैं। वह जानते हैं कि अपनी लाइन और लेंथ को कैसे समायोजित करना है। उन्हें इन परिस्थितियों में और घरेलू क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा और मयंक अग्रवाल जैसे कुछ अच्छे खिलाड़ियों के खिलाफ गेंदबाजी करने का काफी अनुभव है। सौरभ ने अब अपनी बल्लेबाजी में भी सुधार किया है और वह निचले क्रम में बल्ले से भी योगदान दे सकते है।’’