दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के रीढ़ माने जाने ऑलराउंडर क्रिकेटर जैक कैलिस ने भारत के साथ 26 दिसंबर से डरबन के किंग्समीड मैदान पर होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रही टेस्ट सीरीज उनके अंतरराष्ट्रीय टेस्ट करियर की अंतिम सीरीज होगी। डरबन टेस्ट उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच होगा। कैलिस ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि डरबन टेस्ट उनका अंतिम टेस्ट मैच होगा। हालांकि उन्होंने कहा, वह वनडे और ट्वेंटी-20 क्रिकेट में सक्रिय रहेंगे।
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में सुमार जैक कैलिस ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला कर क्रिकेट प्रशंसको को चौका दिया है। ज्यादतर फैंस उनके संन्यास के बारे में सुनकर सन्न रह गए। क्योंकि हाल में उनके संन्यास की कोई चर्चा नहीं हो रही थी न ही किसी क्रिकेट एक्सपर्ट ने भी उनके संन्यास के बारे में कयास लगाया था।
खराब फार्म में चल रहे कैलिस ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 165 टेस्ट खेले हैं और 55.12 की औसत से 3174 रन बनाए। कैलिस ने 292 विकेट और 199 टेस्ट कैच लिए जिससे पता चलता है कि उसका 18 साल क्रिकेट करियर में कितना चमकदार रहा है। उनके नाम 44 शतक और 97 अर्धशतक हैं। कैलिस 44 शतक बनाकर सचिन के 51 टेस्ट शतक के सबसे निकट तक पहुंचने वाले खिलाड़ी हैं। वह टेस्ट और एकदिवसीय मैचों में 10 हजार रन पूरे करने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी हैं। कैलिस ने कहा कि वह 2015 विश्व कप में खेलने की इच्छा रखते हैं।
38 साल के कैलिस ने दिसंबर 1995 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत की थी। इस सत्र में वह तीसरे बड़े खिलाड़ी रहे जिसने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने संन्यास लेने की घोषणा की।
कैलिस ने कहा कि यह फैसला (संन्यास) लेना इतना आसान नहीं था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज होने वाली है और इस टीम की सफलता में बहुत आनंद आ रहा है लेकिन मुझे लगा कि यही सही समय है। मैं इसे अलविदा के तौर पर नहीं देखता, मेरे अंदर दक्षिण अफ्रीका को आगे बढाने और 2015 के विश्व कप जिताने की अभी भी काफी भूख है।
कैलिस टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले क्रिकेटरों की सूची में चौथे स्थान पर है । इस सूची में पहले स्थान पर सचिन तेंदुलकर (15921 रन 200 टेस्ट) है जिनके बाद रिकी पोंटिंग (13378 रन 164 टेस्ट) और फिर राहुल द्रविड (13288 रन 164 टेस्ट) शामिल हैं। कैलिस को आंकडों के हिसाब से सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर कहा जा सकता है उसने सर गैरी सोबर्स (8032 रन और 235 विकेट 109 कैच 93 टेस्ट में) और सर इयान बाथम (5200 रन 383 विकेट 120 कैच 102 टेस्ट में) को पीछे छोड़ा।
कैलिस ने अपने इस फैसले पर कहा, दक्षिण अफ्रीका की टेस्ट टीम का हिस्सा बन कर वह बहुत गर्व महसूस कर रहे है। मैंने प्रत्येक क्षण का पूरा लुत्फ उठाया लेकिन अब मुझे लगा कि टेस्ट को अलविदा कहने का यह सही समय है। कैलिस के संन्यास के बाद श्रीलंका के कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने ही ऐसे क्रिकेट रह गए है जो टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले चोटी के दस खिलाड़ियों में शामिल हैं।
सर्वाधिक शतक बनाने वालों में चोटी पर भारत के सचिन तेंदुलकर (51) उसके बाद कैलिस (44), पोंटिंग (41), द्रविड (36) सुनिल गावस्कार (34), ब्रयान लारा (34) संगकारा (33) स्टीव वा (32) जयवर्धने (31) और मथ्यू हैडन (30) शमिल हैं। संगकारा और जयवद्वने पहले ही 36 साल की उम्र तक पहुंच चुके हैं इसलिए उनके बहुत ज्यादा शतक बनाने की उम्मीद नहीं हैं।
कैलिस उस टेस्ट टीम के हिस्सा थे जिसने 2012 में इंग्लैंड को हरा कर दुनिया की नंबर एक टीम का गौरव हासिल किया था लेकिन उसे इस बात का अफसोस रहेगा कि उसने वनडे विश्व कप नहीं जीता। दक्षिण अफ्रीका की टीम 1999 विश्व कप के सेमीफाइनल में पराजित हो गई थी। इसी तरह 2007 में भी उसका यही हश्र हुआ। दक्षिण अफ्रीका ने 1998 में बांग्लादेश में आईसीसी नॉकआउट खिताब जीता था जिसमें फाइनल में कैलिस ने 37 रन बनाने के अलावा 30 रन देकर पांच विकेट लिए थे जिसकी बदौलत उनकी टीम ने वेस्टइंडीज को फाइनल में हराया था।
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद यह माना जा रहा था कि जैक कैलिस ही अब उनके समकक्ष खिलाड़ी हैं जो उनके टेस्ट रिकॉर्ड को तोड़कर सकते हैं। खैर जो भी अब वे संन्यास की घोषणा कर चुके हैं।