ग्लास्को में आयोजित बीसवें राष्ट्रमंडल खेल के आखिरी दिन भारत ने कई कीर्तिमान रचा, लेकिन वो समापन पर वो 2010 में आयोजित दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल से पीछे ही रह गया।
समापन के आखिरी दिन जहां खिलाड़ियों ने सोने और चांदी पर निशाना लगाकर देश का नाम रोशन किया वहीं खेल टीमों के साथ गए दो भारतीय अधिकारियों ने भारत को शर्मशार भी कर दिया।
राष्ट्रमंडल खेलों के आखिरी दिन भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव और कुश्ती रेफरी को अलग अलग जुर्म करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता को नशे में गाड़ी चलाने के आरोप में पकड़ा गया जबकि कुश्ती रेफरी वीरेन्द्र मलिक को यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया। दोनों को सोमवार को ग्लास्गो के स्थानीय अदालत में पेश किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रमंडल खेल के आखिरी दिन बैंडमिंटन में भारत के 32 साल के सूखे को पी कश्यप ने दूर किया। पी कश्यप ने पुरुष सिंगल्स में सोना जीतकर कीर्तिमान स्थापित किया। इससे पहले 1982 में सैय्यद मोदी ने बैंडमिंटन के सिंगल्स में भारत को स्वर्ण दिलाया था।
इसके अलावा बैंडमिंटन में ही महिला डबल्स में ज्लावा और अश्वनी को चांदी से संतोष करना पड़ा, फाइनल में इन्हें हार का सामाना करना पड़ा। इसी तरह से हॉकी में भारत एक बार फिर फाइनल में आस्ट्रेलिया के हाथों हार गया, 2010 में भी आस्ट्रेलिया ने भारत को फाइनल में ही हराया था। इस तरह से हाकी में भी भारत को रजत पदक मिला।
भारत ने शूटिंग में 17, वेटलिफ्टिंग में 14 और कुश्ती में 13 पदक जीते। भारत को स्क्वैश में पहली बार कोई पदक मिला। इसके साथ ही पुरुष वर्ग के डिस्कस थ्रो में भी भारत को पहली बार गोल्ड मिला।
एक नजर ग्लास्गो और दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों के आंकड़ों पर
2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल
कुल पदक- 64 कुल पदक- 101
पदक तालिका में स्थान- 5 पदक तालिका में स्थान- 2
स्वर्ण- 15 स्वर्ण- 38
रजत- 30 रजत- 27
कांस्य- 19 कांस्य- 36