इलाहाबाद
मकर संक्रांति की पहली डुबकी के साथ संगम की रेती पर माघ मेले की शुरुआत होगी। आमतौर पर माघ मेले के छह प्रमुख स्नानपर्वों में से पौष पूर्णिमा से ही मेले की शुरुआत होती थी। अबकी मकर संक्रांति पर ही पहली डुबकी लगेगी और इसी के साथ प्रशासन की तैयारियों की परीक्षा होगी। अपनी अपनी परंपरा और तिथि के मुताबिक मकर संक्रांति की डुबकी बृहस्पतिवार और शुक्रवार को लगेगी। मेला प्रशासन ने स्नानार्थियों के लिए तैयारियां पूरी करने का दावा किया है। किला के वीआईपी घाट से लेकर संगम क्षेत्र होते हुए दारागंज तक स्नान के लिए कुल 14 घाट ,7260 रनिंग फिटद्ध बनाए गए हैं। इसमें संगम सहित अरैल घाटए रामघाटए महावीर जी;गंगा के पश्चिमद्धए दशाश्वमेघ घाटए काली से त्रिवेणी के बीचए त्रिवेणी मार्ग के दक्षिणए अक्षयवट मार्ग के दक्षिणए संगम लोवरए काली मार्गए शास्त्री पुलए मोरी मार्गए गंगोली शिवाला मार्गए गंगोली शिवाला मार्ग से जीटी रोड के मध्य स्नान घाट शामिल हैं। संगम पर विशेष व्यवस्था की गई है। स्नानघाटों पर बोरियों लगाने के साथ जल में बैरिकेडिंग की गई है। घाट किनारे पुआल बिछाए गए हैं ताकि कीचड़ से बचा जा सके। महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम भी बनाए गए हैं। अनेक पुलिस बलों सहित जल पुलिस भी तैनात की गई। बुधवार को डीएम और एसएसपी ने मेला क्षेत्र के निरीक्षण के बाद व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए।मेला प्रशासन के दावे के मुताबिक टिहरी और नरोरा बांध से छोड़ा गया चार हजार क्यूसेक जल स्नानार्थियों को उपलब्ध रहेगा। कटान रोकने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। बीएसएनएल ने बेहतर नेटवर्क का दावा किया है। अबकी मुख्य प्रवेश मार्ग पर स्वागत कक्ष बनाया गया है। यहां तैनात वरिष्ठ अधिकारी जरूरी जानकारी के साथ पैंफलेट देकर श्रद्धालुओं से निर्मल गंगा की अपील करेंगे।