रायपुर- छत्तीसगढ़ में साधु संतों की यात्रा शुरू हो चुकी हैं। प्रदेश के 20 संतो ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर यह यात्रा शुरू की हैं। देवी स्थानों से पूजा अर्चना कर पदयात्रा शुरू की गई इस यात्रा में हिंदुत्व का प्रचार धर्म संस्कृति की रक्षा, धर्मांतरण का विरोध, धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों की घर वापसी, शस्त्र और शास्त्र की अनिवार्यता का प्रचार प्रसार किया जाएगा। इस पदयात्रा को विश्व हिंदू परिषद समेत हिंदूवादी और राजनीतिक संगठनों का भी समर्थन मिल रहा हैं।
संतों की पदयात्रा रामानुजगंज की मां महामाया, जशपुर की मां चंद्रहासिनी, दंतेवाड़ा की मां दंतेश्वरी, मोहला की मां बमलेश्वरी के धाम से शुरू हुई। यह पदयात्रा 34 जिलों का भ्रमण करेगी। उसके बाद 18 मार्च को रायपुर पहुचेगी। संतों की इस पदयात्रा में रोजाना 20 से 25 किलोमीटर का सफर होगा। तकरीबन 700 किलोमीटर की यात्रा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं। यात्रा के दौरान भजन-कीर्तन, स्कूटी रैली, बाइक रैली के जरिए यात्रा का स्वागत किया जाएगा।
यात्रा का समापन 19 मार्च राजधानी रायपुर में होगा। जिसमें देशभर के संत समाज के लोग शामिल होंगे। आपको बता दें कि, छत्तीसगढ़ में जो संत की पदयात्रा चल रही हैं। इसका आयोजन अखिल भारतीय संत समिति के द्वारा किया गया हैं।