मध्यप्रदेश के जबलपुर में निगरानी शुदा बदमाश ने 17 साल की नाबालिग को भगा ले गया था। मामले में अपहरण का प्रकरण दर्ज हुआ था। लार्डगंज पुलिस ने छानबीन आगे बढ़ाई तो पता चला कि दोनों इंदौर में छुपे हुए हैं। टीम वहां पहुंची तो बदमाश किशोरी को लेकर उज्जैन पहुंच गया। टीम ने उज्जैन भी पहुंची, लेकिन वहां से भी दोनों निकले गए। इसके बाद पता चला कि दोनों जबलपुर आ गए हैं। तब जाकर वे पुलिस की पकड़ में आए।
पुलिस के मुताबिक 22 जनवरी को 17 साल की किशोरी घर से बिना बताए कहीं चली गई थी। मां ने चारों ओर ढूंढा। जब कहीं पता नहीं चला तो लापता होने की शिकायत थाने में दर्ज कराई। नाबालिग होने के चलते प्रकरण में अपहरण का मामला दर्ज किया गया। विवेचना के दौरान पता चला कि क्षेत्र निवासी राजा उर्फ सिद्धार्थ शर्मा भी गायब है। वह आपराधिक प्रवृत्ति का है। उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। आरोपी लार्डगंज थाने का निगरानी बदमाश भी है।
मोबाइल लोकेशन के आधार पर इंदौर और उज्जैन में दबिश दी थी, लेकिन दोनों नहीं मिले। दो दिन पहले फिर आरोपी के बारे में इंदौर में होने की सूचना मिली। इस आधार पर एक बार फिर एक टीम इंदौर भेजी गई। वहां टीम ने इंदौर के थाना राउजी बाजार के अधिकारियों व कर्मियों के सहयोग से आरोपी राजा के रिश्तेदारों के बारे में पता किया। वहां से पूछताछ में पता चला कि राजा किशोरी काे लेकर जबलपुर लौट गया है।
यह जानकारी लगते ही थाने की दूसरी टीम ने राजा के जबलपुर स्थित मकान पर दबिश दी। जहां 17 साल की किशोरी मिल गई। उसे बरामद करते हुए टीम ने निगरानी बदमाश राजा उर्फ सिद्धार्थ (21) को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की जा रही है। मामले में एसपी ने किशोरी की दस्तयाबी पर 7 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की थी।