इंदौर. इंदौर में फिर एक सेक्स रैकेट पकड़ा गया. यहां स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार किया जा रहा था. मौके से 18 युवक युवतियां पकड़े गए. इनमें विदेशी युवतियां भी शामिल हैं. पुलिस को देखते ही लड़कियां रोने लगीं. बताया जा रहा है इस गिरोह की सरगना एक महिला है जो इंदौर और भोपाल दोनों जगह रैकेट चलाती है. वो छापा पड़ते ही विदेश भाग जाती है.
इंदौर की क्राइम ब्रांच और महिला थाना पुलिस ने स्पा सेंटर पर दबिश देकर सेक्स रैकेट के अड्डे का खुलासा किया है. पुलिस ने मौके से आठ लड़के और 10 लड़कियों को गिरफ्तार किया है,साथ ही भारी मात्रा में आपत्तिजनक वस्तुएं जब्त की हैं. पुलिस को एक डीवीआर और एक रजिस्टर भी मिला है इसमें कई रसूखदारों के शामिल होने का भी प्रमाण मिला है.
पुलिस के बड़े अधिकारियों को विजय नगर थाना इलाके में शगुन आर्केड नाम की बिल्डिंग में लंबे समय से अनैतिक गतिविधियों की जानकारी लगातार मिल रही थी. स्पा पार्लर इसका अड्डा था. पहले भी क्राइम ब्रांच की टीम दबिश देकर सेक्स रैकेट के अड्डे का खुलासा कर चुकी थी. बार बार मिल रही इस सूचना पर कमिश्नर इंदौर हरिनारायण चारी मिश्रा ने फिर से क्राइम ब्रांच को कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
क्राइम ब्रांच ने महिला थाना पुलिस के साथ स्पा पार्लर पर दबिश दी. यहां सर्वसुविधायुक्त अलग अलग केबिन बने हुए थे. केबिन में संदिग्ध अवस्था में युवक युवती मौजूद थे. सभी केबिन में विदेशी युवतियां थीं. पुलिस को देख युवक युवतियां रोने लगे. एक साल पहले इसी बिल्डिंग में क्राइम ब्रांच ने दबिश दी थी. तब भी यहां से विदेशी युवतियों को जिस्मफरोशी करते गिरफ्तार किया था. हालांकि उस वक़्त पुलिस ने मुख्य सरगना को बख्श दिया था. पुलिस की सख्ती कम हुई तो फिर से सरगना ने इसी जगह सैक्स रैकेट शुरू कर दिया.
पार्लर में काउंटर पर ही युवतियों को पसंद करने का विकल्प होता था. यहां युवतियों को पसंद करके केबिन में स्पा के बाद शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए सहमत किया जाता था. इसके एवज में लड़कों को मोटी रकम चुकानी होती थी. जितनी मोटी रकम दी जाती थी उसी के अनुसार शारीरिक सम्बन्ध के दौरान सुख देने का दावा किया जाता था.
पार्लर में विदेशी युवतियों की ही ज्यादा मांग होती थी. यहां रसूखदारों का आना जाना होता था. मौके से जब्त रजिस्टर और सीसीटीव्ही में भी कई रसूखदारों के आने जाने का डिटेल मिला है. पुलिस फिलहाल इन सभी का बारीकी से परीक्षण कर रही है. बहरहाल एक ही साल में दो बार एक ही जगह पर जिस्मफरोशी के अड्डे पर क्राइम ब्रांच की दबिश के बाबजूद स्थानीय पुलिस की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है. क्यूंकि विजय नगर थाने से कुछ ही दूरी पर यह देह व्यापार का अड्डा था. फिर भी पुलिस को इसकी भनक क्यों नहीं लगी. या भनक होने के बाद भी वह चुप बनी रही.
हैरान कर देने वाली बात यह है कि पहली बार जब पुलिस ने कार्रवाई की थी उस वक़्त भी यही मैनेजर पकड़ा गया था. वो ग्राहकों को फोन पर लुभावने ऑफर देकर यहां बुलाता था. दोनों बार एक ही मैनेजर का एक ही जगह पर अनैतिक काम करवाते पकड़ा जाना साबित करता है कि रैकेट का सरगना कोई मामूली नहीं है. उसके तार ऊपर तक जुड़े हैं. इसीलिए वह बेख़ौफ़ इस काम को कर रहा था. पता चला है कि इस अड्डे की मुख्य सरगना एक महिला है जो भोपाल की रहने वाली है. वह भोपाल में भी रैकेट चलाती है. एक अड्डे पर दबिश पड़ते ही वो विदेश भाग जाती है.