सीधी। कोरोना के इस संकट के समय में प्रशासन की भी काफी लापरवाही देखने को मिली है। जिसका खामियाजा आम आदमी ने ही भुगता है। मामला मध्यप्रदेश के सीधी जिले का है। यहां स्वास्थ्य विभाग ने सात लोगों को कोरोना से मरने वालों की सूची में डाल दिया।
प्रशासन की इस चूक से आलम ये है कि लोग दफ्तर दफ्तर जाकर अपने जिंदा होने का प्रमाण दे रहे हैं।बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की एक सूची सोशल मीडिया में वायरल हुई। इसमें कोरोना पॉजिटिव मरीजों को मृत घोषित दिखाया गया, जबकि यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेमरिया में भर्ती इन मरीजों को होम आइसोलेट किया गया था।
जब जिंदा लोगों को खुद के मृत होने की जानकारी मिली तो सभी चौंक गए। घबराते हुए सभी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। आधार कार्ड और वोटर आईडी दिखाते हुए अपने जिंदा होने का प्रमाण दिया।
जिन कोरोना संक्रमित लोगों को प्रशासन ने मृत घोषित कर दिया उनके नाम हैं:-
संत बहादुर सिंह पुत्र संपत सिंह
रामनाथ शर्मा पुत्र गुलनराम शर्मा
अभिषेक सिंह पुत्र शिव कुमार सिंह
संजू केवट पुत्र लालमणि केवट
अमित सिंह पुत्र बबन सिंह
अनुज सिंह पुत्र धीरेंद्र सिंह
संजय सिंह पुत्र जमुना सिंह
इस मामले में डॉ. बीएल मिश्रा, सीएमएचओ सीधी ने कहा कि ‘इस मामले की मुझे जानकारी नहीं है। हां अगर सीएमएचओ आफिस से गड़बड़ी होती तो मैं जिम्मेदार होता। कोई प्राथमिक जानकारी को बदले की भावना से इस तरह किया है। किसी को मृत घोषित नहीं किया गया।’