Oscar 2023 के लिए चुनी गई फ़िल्म ‘The Elephant Whisperers’ की कहानी पढ़िए!

मनोरंजन डेस्क. ऑस्कर 2023 में RRR मूवी का गाना नाटो नाटो और द एलीफेंट व्हिशपर्स यह दोनों ही चुना गया है। बॉलीवुड के गाने देश ही नहीं पूरे विश्व में धूम मचा रहा है। वही हाथियों पर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री भी ऑस्कर के लिए नवाजी गई है। पर क्या आप जानते हैं ‘द एलीफेंट व्हिशपर्स’ में क्या कहानी है? आइए हम आपको बताते हैं….

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हाथियों पर आधारित कहानी ‘The Elephant Whisperers’

द एलिफेंट व्हिसपर्स की कहानी दो हाथियों और उनकी देखभाल कर रहे बमन और बेला पर आधारित है। इस फिल्म को प्रकृति से जोड़ते हुए दिखाया गया है। फिल्म की पूरी कहानी हाथी और उसके मालिक के प्यार के ऊपर बनी है। कहानी में दोनों के बीच के बॉन्ड को दिखाया गया है, कि वह किस प्रकार से अपने हाथी के साथ खेलता है, मस्ती करता है, साथ ही उसकी पत्नी भी उस हाथी के साथ खेलते हुए मस्ती करते हुए दिखाई गई है। यह एक ऐसा बॉन्ड हैं, जिसने सभी को इंप्रेस किया है। (bollywood)

इस कहानी की शुरुआत में प्राकृतिक दृश्य दिखाए गए हैं, इसके बाद बमन अपने हाथी रघू को नदी में नहलाने के लिए लेकर जाते हैं। फिल्म में बमन और हाथी रघु के बीच प्यार को दर्शाया गया है। बमन बताता है कि रघू को उसने जगंल में घायल अवस्था में पाया था, जहां पर कुत्तों ने उसकी पूछ काट ली और वह जमीन पर बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था। वहीं, रघु की मां की मौत बिजली के झटके लगने से हो गई थी। रघु को उसके झुंड से मिलाने की काफी कोशिश की गई थी। हालांकि सभी कोशिशे नाकाम रही थीं। इस दौरान बमन बताते हैं कि बेली को हाथियों के बच्चों की देखभाल के लिए चुना गया था और वह एकमात्र महिला है, जो ऐसा कर रही थी। बेली और बमन रघु की देखभाल करते थे। जिस दौरान रघु उनके पास आया था उसकी हालत काफी गंभीर थी। इस शॉर्ट फिल्म में जानवरों और हाथियों से प्यार को लेकर दिखाया गया है, कि किस प्रकार से छोड़े हुए और अपने झुंड से अलग होने के बाद उन हाथियों की देखभाल की जाती है।

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कहानी के अंत में रघु और अम्मू हुए दूर

हाथियों को पहचानने और उनकी निगरानी रखने के लिए गले में घंटी पहनाई जाती है। ताकि अगर वह जंगल में कही खो जाएं तो उन्हें आसानी से ढूंढा जा सके। रघु का एक दोस्त भी होता है, जिसका नाम होता है कृष्णा। कृष्णा और रघु पूरे समय मस्ती करते हैं और दोनों एक दूसरे का साथ देते हैं। इस फिल्म की पूरी कहानी हाथियों के इर्द गिर्द घूमती हैं। कट्टूनायकन्न बमन और रघु के बीच एक खूबसूरत बॉन्ड को दिखाया गया है। इस बीच जंगल में आग भी लगी थी, जिसमें लगभग सभी हाथी मारे जाते हैं और एक छोटी हाथी की बच्ची बच जाती है। जिसे बमन और बेला गोद लेते हैं और उसकी देखभाल करते हैं। सारा समय कपल का उनकी देखभाल में जाता है। रघु और हाथी की बच्ची अम्मू का बॉन्ड भी काफी गहरा होता जाता है। इस बीच बमन और बेली की भी शादी होती है। बाद में रघु को किसी और सौंप दिया है, जिसके चलते अम्मू काफी वक्त तक उदास रहती है। हालांकि धीरे धीरे वह ठीक होती है और वापस से कपल अम्मू की देखभाल में व्यस्त हो जाता है।