अपने जीवन में आपने कभी न कभी मॉरीशस का नाम जरूर सुना होगा। दक्षिण अफ्रिका और मेडागास्कर के पास मौजूद प्राकृतिक खूबसूरती के बीच बसा से छोटा सा आइसलैंड। जहां जाकर लोगों को प्रकृति के बीच होने का अहसास होता है पर यहां जाने का सपना केवल वही लोग देख सकते हैं जिनके पास पैसे हो, क्योंकि दुनिया की सबसे ज्यादा घूमी जाने वाले देशों में मॉरीशस एक है। इसलिए यहां घूमने में पैसे भी काफी खर्च होते हैं। जो लोग इतने पैसे खर्च नहीं कर सकते उनके लिए छत्तीसगढ़ में ही मौजूद है एक ऐसी जगह जो किसी मॉरीशस से कम नहीं।
कोरबा में मौजूद बांगो बांध को छत्तीसगढ़ का मॉरीशस कहा जाता है। इस बांध को ये नाम पर्यटकों के द्वारा ही दिया गया है। हसदेव और चोरनई नदी के संगम में बना यह पर्यटन स्थल लोगोंं के बीच काफी मशहूर है। यह स्थान बिलासपुर-अम्बिकापुर मार्ग से 10 किमी दूर केंदई गांव में मौजूद है। अपनी बनावट के कारण यह पर्यटकों के बीच मॉरीशस के नाम से मशहूर है। बांध के बीचो बीच पहाडिय़ां, चारो ओर हरे भरे पेड़ पौधे प्रकृति की सुंदरता को बढ़ाते हैं।
अगर आप छत्तीसगढ़ के मॉरीशस में घूमने जाने का प्लान बनाए तों यहां पर आप बोटिंग का मजा जरूर लें। बोट के 16 किमी के सफर में आपको छोटे-छोटे टापू, सागौन, साजा जैसे पेड़ और 400 फीट की ऊंचाई से गिरता पानी का झरना दिल को सुकून देते हैं। यहां पर अगर आप रात रूकना चाहते हैं तो यहां पर रेस्ट हाउस, गेस्ट हाउस और ग्लास हाउस भी मौजूद है।
ऐसे पहुंचे छत्तीसगढ़ के मॉरीशस
छत्तीसगढ़ के मॉरीशस पहुंचने के लिए बिलासपुर से 80 किमी तो कटघोरा से 35 किमी दूर अम्बिकापुर मार्ग पर ग्राम केंदई में जंगलों के बीच मौजूद है यह स्थान। बिलासपुर या कोरबा से इस जगह के लिए टैक्सी उपलब्ध हो जाती है।