Vegetables should not be cooked in iron utensils: हमारे घर के बड़े बुजुर्ग अक्सर लोहे के बर्तन का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।आयुर्वेद और साइंस ने भी मन है कि लोहे के बर्न में खाना बनाने से हमारे शरीर को कई फायदे मिलते हैं। दरअसल, लोहे की कड़ाही में खाना बनाने से शरीर में आयरन की पूर्ती होती है ।लेकिन, क्या आप जानते हैं लोहे के बर्तन में बनी ये सब्जियां आपको फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकती हैं। अगर आपके घर में भी लोहे की कड़ाही में सब्जियां बनती हैं, तो आप इन चीज़ों की सब्जियों को भूलकर भी न बनाएं।
लोहे की कड़ाही में भूलकर भी न बनाएं ये चीज़ें
पालक की सब्जी: लोहे की कड़ाही में पालक की सब्जी या दाल नहीं बनानी चाहिए। बहुत से लोग यह बात नहीं जानते पालक में ऑक्जेलिक एसिड प्रचुर मात्रा में होता है और जब इसे लोहे की कढ़ाई में पकाया जाता है तो इसका रंग उड़ जाता है और इसका रंग काला हो जाता है। ऐसा लोहे के ऑक्सालिक एसिड के साथ प्रतिक्रिया करने के कारण होता है। जिससे न केवल पालक का रंग खराब बल्कि सब्जी सब्जी सेहत के लिए नुकसानदायक होती है।
चुकंदर: चुकंदर से बनी कोई भी डिश या सब्जी लोहे की कड़ाही में नहीं बनानी चाहिए। चुकंदर में आयरन की मात्रा अधिक होती है और यह कड़ाही में मौजूद आयरन के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है, जिससे भोजन अपना प्राकृतिक रंग खो सकता है। इसका सेवन करने से पेट से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं।
नींबू-टमाटर का इस्तेमाल: अगर आप सब्जी बना रहे हैं और उसमें नींबू के रस का इस्तेमाल करना है तो वह सब्जी आप लोहे की कड़ाही में न बनाएं। नींबू एसिडिक गुणों से भरा होता है जो लोहे से रिएक्ट कर सकते हैं। इससे पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। साइट्रिक एसिड से भरपूर टमाटर को लोहे की कड़ाही में नहीं बनाना चाहिए। इससे खाने का स्वाद और टेक्स्चर बदल जाता है।
मीठा पकवान: लोहे की कड़ाही में मीठा पकवान बनाने से स्वाद पूरी तरह बिगड़ जाता है। किसी भी तरह के मीठी चीज़ों को लोहे की बजाय स्टेनलेस स्टील या ओवन में बनाएं।