मध्यप्रदेश के जबलपुर में जीआरपी ने हावड़ा-मुंबई ट्रेन में सवार एक युवक को 30 लाख रुपये का साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी बतौर कैरियर से रकम लेकर निकला था। बताया जा रहा है कि हवाला के रुपये पहुंचाने के एवज में दो लाख रुपये मिलते है। फिलहाल जीआरपी की सूचना पर आयकर विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही आरपीएफ ने 50 लाख रुपए से अधिक की नकदी भी जब्त की थी।
बता दें कि उतर-प्रदेश में हुई अलकायदा के आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पूरे देश में अलर्ट है। जिसकी वजह से जीआरपी भी मुख्य स्टेशन पर आने जाने वाले यात्रियों के सामानों की जांच में जुटी है. इसी बीच गुरुवार को हावड़ा-मुंबई में सवार एक युवक का पिट्ठू बैग की तलाशी ली तो उसमें नोटों की गडि्डयां मिलीं। प्लेटफार्म नंबर एक पर हुई युवक की पैसों के साथ गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया।
जीआरपी के मुताबिक पूछताछ में युवक की पहचान सरकारी कुआं घमापुर निवासी कार्तिक गुप्ता के रूप में हुई। उसके बैग से जीआरपी ने 30 लाख रुपए बरामद किए है। प्रारंभिक पूछताछ में कार्तिक ने बताए कि ये रकम कृष्णा इलेक्ट्रॉनिक्स करमचंद चौक के संचालक कृष्णा उर्फ बाबू ने दिए थे। इसे मुंबई ले जा रहा था।
जीआरपी की सूचना पर देर रात पहुंची जीएसटी और आयकर विभाग ने भी आरोपी से पूछताछ की। जबलपुर का करमचंद चौक हवाला का केंद्र बिंदु के रूप में उभर चुका है। यहीं का एक व्यापारी सबसे पहले हवाला मामले में गिरफ्तार हाे चुका है। इसके अलावा लगतार यहां के अलग-अलग व्यवसायियों के नाम हवाला की रकम भेजने के तौर पर सामने आ रहे हैं।
टैक्स बचाने का खेल, हवाला के जरिए नकद लेन-देन
नोटबंदी और GST लागू होने के बाद से हवाला कारोबार में तेजी आई है। कोरोना के बाद इसमें और उछाल आया है। सूत्रों की मानें तो तीन प्रतिशत वाले इस गोरखधंधे में सात प्रतिशत तक मुनाफा हो रहा है। यही कारण है कि हवाला कारोबारी रकम पहुंचाने के लिए अलग-अलग पैंतरे अपना रहे हैं। अलग-अलग युवक-युवतियों को भोपाल, मुम्बई, दिल्ली, गुजरात जैसे शहरों में हवाला की रकम लेकर भेजा जाता है।