नई दिल्ली. देश भर में ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है. सभी केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों से केंद्र ने कहा है कि वे स्थानीय स्तर पर जरूरतों के हिसाब से पाबंदियां लागू करें. हेल्थ सेक्रेटरी अजय भल्ला की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि राज्य सरकारें जरूरत के हिसाब से नियम तय करें, स्थानीय स्तर पर जरूरी हो तो पाबंदियां लगाएं. एडवाइजरी में कहा गया है कि फेस्टिव सीजन के दौरान लोगों के सामूहिक एकत्रीकरण में कमी होनी चाहिए. एडवाइजरी में 5 मंत्र बताए गए हैं, जिन्हें फॉलो करके कोरोना संक्रमण से बचाव हो सकता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि वे टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, वैक्सीनेशन और कोरोना प्रोटोकॉल के पालन पर फोकस करें. नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए एक बार फिर से पाबंदियों का दौर देश भर में शुरू हो गया है. दिल्ली, यूपी, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात समेत देश के कई राज्यों ने नाइट कर्फ्यू, सार्वजनिक कार्यक्रमों समेत कई अन्य चीजों के लिए नियम लागू कर दिए हैं. हालांकि देश में एक्टिव केसों की संख्या लगातार कम हो रही है, लेकिन ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते मामलों ने चिंताओं में इजाफा कर दिया है.
केंद्र सरकार ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले नया संक्रमण तीन गुना तेजी से बढ़ता है. ऐसे में कंटेनमेंट जोन्स तय करने, वैक्सीनेशन बढ़ाने और प्रोटोकॉल के पालन की जरूरत बढ़ गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के 578 केस मिल चुके हैं. अब तक दुनिया भर के 116 देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले मिल चुके हैं. खासतौर पर यूके, फ्रांस, इटली, स्पेन, रूस, दक्षिण अफ्रीका, वियतनाम और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में इस वैरिएंट के केस तेजी से बढ़ रहे हैं.
बता दें कि देश में 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों के भी टीकाकरण का फैसला केंद्र सरकार ने लिया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार की रात को इसका ऐलान किया था. इसके अलावा फ्रंटलाइन और हेल्थ वर्कर्स को भी 10 जनवरी से बूस्टर डोज दिए जाने का फैसला लिया गया है. यही नहीं गंभीर बीमारियों से पीड़ित 60 साल के बुजुर्ग भी डॉक्टर की सलाह पर बूस्टर डोज ले सकते हैं.