नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए हर कोई कोरोना वैक्सीन को लेकर सवाल करने लगा है. हर किसी के जेहन में एक ही सवाल है कि आखिर कोरोना वायरस की वैक्सीन कब आएगी. इस सवाल के जवाब अब खुद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राज्य सभा में दिया है. डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि बीते कुछ महीनों से राज्य और केंद्र की सरकार कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरा देश मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यसभा में बताया कि कोरोना की शुरुआत जब हुई थी तब अनुमान लगाया गया था कि जुलाई-अगस्त में भारत में 300 मिलियन कोरोना केस हो चुके होंगे और 5 से 6 मिलियन लोगों की कोरोना महामारी से मौत हो चुकी होगी. भारत ने सभी कयास को गलत साबित किया है और वो कोरोना की जंग जीत रहा है. उन्होंने कहा कि 135 करोड़ के इस देश में हम रोजाना 11 लाख टेस्ट कर रहे हैं. कोरोना टेस्ट के मामले में हमसे आगे केवल अमेरिका है. कोरोना का टेस्ट जिस तरह से भारत में किया जा रहा है उसको देखते हुए हम कह सकते हैं कि भारत जल्द ही अमेरिका को पीछे छोड़ देगा.
डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि कोरोना मामले में सरकार ने सही समय पर सही कदम उठाया है और इस मामले में बिल्कुल भी देर नहीं की है. उन्होंने बताया कि 7 तारीख को जब डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस का जिक्र किया था तब से हमने कोरोना पर बैठक करना शुरू कर दिया था. इतिहास इस बात को लेकर पीएम मोदी को हमेशा याद करेगा कि कैसे लगातार 8 महीने तक उन्होंने कोरोना को लेकर हर एक्शन पर नजर रखी.
डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर हमारे देश के वैज्ञानिक लगातार प्रयास कर रहे हैं और देश में तीन कंपनी कोरोना वैक्सीन को बनाने की कगार पर हैं. उन्होंने बताया कि जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में विशेषज्ञों की टीम कोरोना वैक्सीन पर काम कर रही है उससे हम कह सकते हैं कि अगले साल की शुरुआत में कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी.