उत्तर प्रदेश पुलिस ने सीनियर डॉक्टर के अपहरण मामले में एक युवती और एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। बता दें कि डॉक्टर को हनीट्रैप में फंसाकर अपहण किया गया था। जिसके बाद एसटीएफ ने गुरुवार को आगरा से अगवा सीनियर डॉक्टर उमाकांत गुप्ता को राजस्थान के धौलपुर से छुड़ा लिया है। अगवा डॉक्टर को बदन सिंह गैंग ने चंबल के बीहड़ों में बंधक बनाकर रखा था।
पुलिस का कहना है कि डॉक्टर गुप्ता आरोपी महिला से करीब एक माह से संपर्क में थे। महिला ने ही मंगलवार की शाम फोन करके बुलाया था। वे जब भगवान टाकीज चौराहे पर पहुंचे तो उनकी कार में महिला आकर बैठ गई थी। इसके बाद वे रोहता गए, जहां कार में तीन बदमाश बैठे और उन्हें अगवा कर लिया था। बदमाशों ने डाॅक्टर के परिवार से 5 कराेड़ रुपए की फिरौती वसूलने की योजना बनाई थी। हालांकि, अभी परिवार को फिरौती का फोन नहीं किया गया था।
एत्माउद्दौला थाना क्षेत्र में ट्रांस यमुना कालोनी फेस-2 में डॉक्टर उमाकांत गुप्ता का विद्या नर्सिंग होम है। नर्सिंग होम के पीछे ही उनका निवास है। डॉ. गुप्ता मंगलवार शाम 7:30 बजे अपने घर से कार से हॉस्पिटल जाने के लिए निकले थे। लेकिन रात होने के बाद भी नहीं आने पर डॉक्टर की पत्नी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस की कई टीम डॉक्टर की तलाश में जुट गई। मामले में आगरा पुलिस ने मध्य प्रदेश की पुलिस की भी मदद ली
पुलिस का कहना है कि डॉक्टर उमाकांत गुप्ता को चार बदमाश आगरा से उनकी कार में ही किडनैप कर पहले धौलपुर ले गए थे। धौलपुर के दिहौली क्षेत्र के कठमूरी गांव में तीन बदमाश डॉक्टर को लेकर उतर गए थे। वहां से चंबल के बीहड़ में प्रवेश कर गए थे। वहीं कार को ले जा रहे बदमाश को धौलपुर शहर में चेकिंग के दौरान पकड़ लिया गया था। यहां पर बदमाश से पूछताछ के बाद अपहरण की कहानी पता चला। इसके बाद आगरा और धौलपुर की स्पेशल टीमों ने डॉक्टर की बरामदगी के कोशिश शुरू की। और 30 घंटे बाद धौलपुर के बीहड़ से डॉक्टर को मुक्त कराया गया। धौलपुर में एसपी के निर्देशन में टास्क फोर्स ने रात को फिर से बीहड़ में सर्च ऑपरेशन चलाया।
डाॅक्टर उमाकांत गुप्ता की पत्नी विद्या गुप्ता और दोनों बेटों ने अपहरण की आशंका जताते हुए। थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। वहीं बेटे ने बताया कि अपहरण के बाद पिता की आंखों में पट्टी बांध दी थी।