नई दिल्ली। उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने भयानक तबाही हुई है। यहां ग्लेशियर फटने के कारण हाइड्रो पॉवर प्रोजेकेट बांध टूट गया है, जिसके कारण कई मजदूरों के बहने की आशंका है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इस प्राकृतिक हादसे में कई घरों के बहने की भी आशंका है। स्थानीय प्रशासन के सुरक्षा के मद्देनजर धौलीगंगा नदी के किनारे बसे कई गांवों को खाली कराने का आदेश दे दिया है। साथ ही पानी के तेज बहाव के कारण कीर्ति नगर, देवप्रयाग, मुनि की रेती जैसे इलाकों में अलर्ट रहने को कहा है।
A disaster has been reported from Chamoli district. The district administration, police and disaster management departments have been directed to deal with the situation. Do not pay attention to any kind of rumours. Govt is taking all necessary steps: Uttarakhand CM TS Rawat
— ANI (@ANI) February 7, 2021
इधर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि चमोली जिले से एक प्राकृतिक आपदा की सूचना मिली है। जिला प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन विभागों को स्थिति से निपटने के लिए निर्देश दिया गया है। लोगों से अनुरोध है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। वहीं चमोली जिले की पुलिस ने बताया है कि तपोवन रेणी क्षेत्र में ग्लेशियर फटने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी क्षति पहुंची है, जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है और अलकनंदा नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। लोगों को जल्दी से जल्दी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
#WATCH | Water level in Dhauliganga river rises suddenly following avalanche near a power project at Raini village in Tapovan area of Chamoli district. #Uttarakhand pic.twitter.com/syiokujhns
— ANI (@ANI) February 7, 2021
चमोली (उत्तराखंड) में ग्लेशियर टूटा | अलर्ट जारी pic.twitter.com/WKmaVa5xO3
— FataFat News (@fatafatnewsdcom) February 7, 2021