ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में पांच हजार की रिश्वत लेने के मामले में विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार तहसीलदार ऊना को सस्पेंड कर दिया गया है। विजय राय का हैडक्वार्टर अब जिला कांगड़ा मंडलायुक्त का कार्यालय होगा। वहीं, दो दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद विजय राय को गुरुवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से अदालत ने 31 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए है। इसकी पुष्टि एएसपी विजिलेंस ऊना सागर चंद्र शर्मा ने की है।
डीसी ऊना राघव शर्मा ने बताया कि भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार तहसीलदार को सस्पेंड कर दिया गया है। अब उनका हैडक्वार्टर कांगड़ा स्थित मंडलायुक्त कार्यालय निशिचित किया गया है। बता दें कि सोमवार देर शाम तहसीलदार कार्यालय में विजय राय को विजिलेंस की टीम ने तकसीम की एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ काबू किया था, जिसे विजिलेंस ने अदालत में पेश कर दो दिन का पुलिस रिमाँड लिया। दो दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद अब अदालत ने 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश जारी किए है।
क्या था मामला
शिकायतकर्ता ने बताया था कि उनकी जमीन के तकसीम का केस राजस्व विभाग में पेंडिंग पड़ा था, जिसे निपटाने की एवज में तहसीलदार ने उनसे पैसों की मांग की थी। विजिलेंस ने सोमवार को ट्रैप लगाकर तहसीलदार को 5000 रुपये की रिश्वत राशि के साथ रंगे हाथों दबोच लिया था।