नई दिल्ली: इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY) नें महादेव ऐप सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइटों को ब्लॉक करने के आदेश जारी किए हैं। यह कार्रवाई अवैध सट्टेबाजी ऐप सिंडिकेट के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की गई जांच और उसके बाद छत्तीसगढ़ में महादेव बुक पर छापे के बाद हुई, जिसमें ऐप के गैरकानूनी संचालन का खुलासा हुआ है। बता दें कि महादेव बुक के मालिक वर्तमान में हिरासत में हैं, उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) की धारा 19 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध की धारा 3 के तहत गिरफ्तार किया गया है, जो पीएमएलए, 2002 की धारा 4 के तहत दंडनीय है।
ईडी के अनुरोध पर की गई कार्रवाई
केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता, और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने कहा, “छत्तीसगढ़ सरकार के पास आईटी अधिनियम की धारा 69ए के तहत वेबसाइट/ऐप को बंद करने की सिफारिश करने की पूरी शक्ति थी। हालांकि, उन्होंने ऐसा नहीं किया और ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया।” राज्य सरकार द्वारा किया गया है जबकि वे पिछले 1.5 वर्षों से इसकी जांच कर रहे हैं। वास्तव में, ईडी से पहला और एकमात्र अनुरोध प्राप्त हुआ है और इस पर कार्रवाई की गई है। छत्तीसगढ़ सरकार को इसी तरह के अनुरोध करने से किसी ने नहीं रोका।
22 अवैध ऐप्स-वेबसाइट्स किए गए ब्लॉक
MEITY ने ED के अनुरोध पर महादेव ऐप सहित 22 ऐप्स और वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया है। राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि “छत्तीसगढ़ सरकार के पास आईटी अधिनियम की धारा 69ए के तहत वेबसाइट को बंद करने की सिफारिश करने की पूरी शक्ति थी। हमें ईडी से पहला और एकमात्र अनुरोध प्राप्त हुआ है, जिसके बाद इसे ब्लॉक कर दिया गया है।
बता दें, महादेव बुक नाम के इस ऐप से कुछ ही महीनों में देशभर से 12 लाख से ज्यादा लोग जुड़ गए थे और इसके जरिए क्रिकेट से लेकर चुनाव तक में सट्टा लगाने के लिए लोग इस ऐप का इस्तेमाल करने लगे थे। इतना ही नहीं,. कोरोना महामारी के बाद इस ऐप का कारोबार काफी तेजी से आगे बढ़ा था।