अबे-मोदी के बीच बुलेट ट्रेन समझौता : न्यूक्लियर डील भी हुई

नई दिल्ली

जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भारत प्रवास पर देश को आज कई सौगात दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी के साथ दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई शिखर वार्ता में दोनों देशों के बीच बुलेट ट्रेन, सिविल न्यूक्लियर डील और डिफेंस टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर समझौते हुए। जापान भारत को बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए बेहद कम ब्याज पर 90,000 करोड़ रुपये का कर्ज देगा। ये लोन 50 साल के लिए होगा और इसके लिए शुरु के 15 साल तक कोई ब्याज का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। बैठक में सालों से अटकी सिविल न्यूक्लियर डील पर भी सहमति बनी है।

बुलेट ट्रेन की ऐतिहासिक डील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि इन समझौतों से भारत और जापान के रिश्तों में मजबूती आई है। दोनों देशों के बीच मजबूत रिश्तों की शुरुआत हुई है और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी बढ़ेगी। भारत के लिए बुलेट ट्रेन एक ऐतिहासिक डील है।जापान की मदद से भारत में बुलेट ट्रेन हकीकत बनेगी। अहमदाबाद मुंबई के बीच पहली बुलेट ट्रेन चलेगी। जापान इसके लिए भारत को 90,000 करोड़ रुपये का कर्ज देगा जिसके लिए शुरुआती 15 सालों में भारत को कुछ भी नहीं चुकाना होगा। देश में बुलेट ट्रेन शुरू होने के बाद भारत में दुनिया में सबसे सस्ता बुलेट ट्रेन सफर होगा। इसके बाद 7 घंटे का सफर 2 घंटे में पूरा होगा। यानी 505 किलोमीटर का सफर दो घंटे में तय होगा। इसके अलावा समझौतों के तहत पहली बार भारत से मारुति कार जापान जाएंगी।

जापान भारत की न्यूक्लियर डील

इसके अलावा भारत-जापान के बीच न्यूक्लियर डील  भी हुई है और ये काफी अहम मानी जा रही है। काफी समय से न्यूक्लियर डील अटकी हुई थी और जापान को गैर एनपीटी देशों को तकनीकी देने में हिचक थी। एनपीटी यानी नॉन प्रॉलिफिरेशन ट्रीटी के तहत भारत ने एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। जापान न्यूक्लियर डील के फायदे ये हैं कि इससे अमेरिका से हुआ समझौता लागू होगा और वेस्टिंगहाउस के प्रस्तावित प्लांट की राह आसान होगी। वेस्टिंगहाउस में जापानी कंपनी तोशिबा का नियंत्रण है और जापान से डील ना होने से प्रोजेक्ट अटका है। जापान से भारत को अत्याधुनिक न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी मिलेगी।

जापान के पीएम शिंजो आबे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुरीद हो गए हैं और उन्होंने कहा कि मोदी के फैसले बुलेट ट्रेन जैसे तेज और सुरक्षित हैं। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि देश को हाई स्पीड ग्रोथ चाहिए और इसके लिए जापान का साथ मिलने से बहुत मदद मिलेगी।