रायपुर. महापुरुषों का चिन्तन और दर्शन ही भारत को विश्व गुरू की संज्ञा देता है, निम्बा हेड़ा राजस्थान में बीते 13 अक्टुबर को सी.के. होटल में ‘‘पॉलिटिकल टाईम्स इंण्डिया’’ की प्रस्तुति ‘‘इंटरनेशनल फ्रेंडस सेमिनार एवं सम्मान समारोह’’ में देश विदेश से अनेक हस्तियां सम्मानित हुए. मुख्य वक्ता अधिवक्ता और चिन्तक अजीत कांठेड ने कहां की भारत हमेशा ‘‘विश्व गुरू’’ रहा है इस कारण आध्यात्मिक चेतना और समझ अद्वितीय रही है. विभिन्न महापुरूषों (महात्मा गांधी, महावीर स्वामी, शंकराचार्य, गौतम बुद्ध, अम्बेडकर साहेब) ने जो दर्शन दिये वे विश्व में अद्वितीय है. डॉ अम्बेडकर का संविधान तो मानवता के प्रति समर्पण का दस्तावेज है, जो हमें विश्व गुरू बने रहने हेतु मनोबल बढता है.
सेमिनार का उद्घाटन ‘‘डॉ.अनुरूद्ध लाल जनरल सेकरेट्री’’ प्रदेश कांग्रेस प्रदेश कमेटी नई दिल्ली के उद्बोधन से किया गया. समारोह के अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री चंन्द्र कृप्लानी ने राजनीति विचारधारा से उपर उठकर भारत के अन्य देशो से मित्रता को बढ़ावा देने पर बात की. सेमिनार के स्वागताध्यक्ष पूर्व विधायक बंशीलाल गहलौथ ने राजस्थान को वीरों की धरती कहा. समारोह के मुख्य अतिथि नेपाल राष्ट्रीय सभा की सांसद मुक्ता कुमार यादव ने भारत नेपाल की मित्रता को मजबुत बनाने पर बल दिया.
इसी प्रकार गजल कार नरेश मलिक, कथा वाचक जयमाला, म्युजिक डारेक्टर रेखा पौंडेल, नेपाल के अलावा अनेक शख्सियत एवं हस्तियां उपस्थित थी. कार्यक्रम का शुभारंभ देशभक्ति गीतों के साथ तिरंगा लहराते हुए तिरंगें की धुन पर सभी अतिथी, अवार्डी एवं आयोजन कर्ता झुमते नजर आये. कार्यक्रम में देश विदेश से आए अनेक सामाजिक एवं विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न इतिहासिक कारों के द्वारा महारत हासिल किए शख्सियतो को विभिन्न प्रकार के सम्मान जिसमें ‘‘डा अम्बेडकर नालेज आॅफ वल्ड” वल्ड आॅफ पिश, होटल मैनेजमेंट इण्डिया अवार्ड, नारी तुझे सलाम अवार्ड, सोसायटी डेवलेपमेंट इण्डिया अवार्ड, गाड आॅफ अर्थ डाक्टर अवार्ड, ग्रीन क्लीन इण्डिया अवार्ड, सोसल एक्टिवीटी इंण्डिया अवार्ड, शिक्षा ज्योति वल्ड अवार्ड’’ जैसे विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया.
इसी क्रम में छत्तीसगढ़ से रीता अग्रवाल को नारी तुझे सलाम नेशनल अवार्ड से निरंतर दिव्यांगों की सेवा के लिए संस्था संचालन एवं स्वयं दिव्यांग होते हुए दिव्यांग हित में हक की लड़ाई, शिक्षा एवं रोजगार के लिए निरंतर कार्य करने हेतु सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में देश विदेश से आये अनेक हस्तियों में रीता अग्रवाल अकेली दिव्यांग महिला थी. जिनके जीवन का मकसद ही दिव्यांगों की सेवा बन चुका है, कलावती पुर्नवास केन्द्र जिसमे दिव्यांगों को आश्रय, शिक्षा एवं बेहतर जीवन हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है जो मानवता एवं मानव सेवा का एक बेहतर उदाहरण प्रस्तुत करता है.