नई दिल्ली
- रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र दिव्यांश के माता-पिता से बातचीत से साफ अहसास होता है कि वो पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं। दिव्यांश के पिता रामहेत मीणा के मुताबिक बच्चे के साथ दुष्कर्म की आशंका है और इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को भी दी लेकिन पुलिस ने लापहरवाही की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जमानत भी दे दी। रामहेत के मुताबिक वो चाहते हैं कि इस मामले की जांच सीबीआई या कोई स्वतंत्र एजेंसी करे।
दिव्यांश के घरवालों का बयान दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सख्त बयान के बाद आया। दरअसल डीएम की रिपोर्ट में स्कूल की लापरवाही की बात तो है ही आपराधिक साजिश की तरफ भी इशारा है।
वहीं दिल्ली पुलिस की जांच में अब तक जो बाते सामने आई हैं उनमें…
– स्कूल के वाटर टैंक में सीएफएसल की टीम को बच्चों के तीन चश्मे और 2 गेंद मिलीं।
– इसका मतलब यहां बच्चे पहले भी आते रहे हैं।
– बिल्ंडिग प्लान 1993 का है जो स्कूल के लिए मान्य नहीं।
– स्कूल में लगा बोरवेल भी गैरकानूनी है।
– इसीलिए स्कूल मैनेजमेंट से जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है।पुलिस के मुताबिक शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में न तो बच्चे के शरीर पर कोई बाहरी चोट का निशान था और न ही उसके साथ गलत काम के संकेत मिले हैं हांलाकि फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अगर कोई ऐसी बात आती है तो उसी के मुताबिक कार्रवाई होगी।