Republic Day 2024: गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं? क्या हैं तिरंगे से जुड़े सभी नियम? यहां जानें सबकुछ

75th Republic Day 2024: आज भारत के लिए काफी अहम दिन है. देशभर में उल्लास का माहौल है। 26 जनवरी 2024 को भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। 26 जनवरी, 1950 को भारत में संविधान लागू किया गया था। देश का हर नागरिक संविधान का पालन करता है।

गणतंत्र दिवस के खास अवसर पर घरों, ऑफिस, फैक्ट्री, स्कूल, कॉलेजों में झंडारोहण किया जाता है। भारत का झंडा यानी तिरंगा हर भारतीय की शान है। इसे ऊंचा फहरता हुआ देख मन गर्व से भर जाता है। इसे शान और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। जानिए तिरंगे और गणतंत्र दिवस परेड से जुड़ी कुछ खास बातें. यूपीएससी, एसएससी जैसी परीक्षाओं में इससे जुड़े सवाल भी पूछे जाते हैं।

तिरंगे के 3 रंगों का क्या महत्व है?

तीन रंगों की वजह से भारतीय ध्वज को तिरंगा कहा जाता है। इसके हर रंग का खास महत्व है। भारतीय ध्वज का केसरिया रंग शक्ति और आत्मविश्वास का प्रतीक है, सफेद रंग शांति का संदेश देता है और हरा रंग संपन्नता और हरियाली दर्शाता है। इसके बीच में मौजूद अशोक चक्र (धर्म चक्र) गतिशीलता का प्रतीक है। अपने नीले रंग की वजह से यह आकाश और पानी दर्शाता है।

तिरंगा कैसा होना चाहिए?

भारतीय तिरंगे की चौड़ाई और लंबाई का रेशियो 3:2 रखा जाता है। तीनों रंगों का नाप एक ही होना चाहिए। अशोक चक्र का व्‍यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है और इसमें 24 तीलियां होती हैं। इसे शक्ति, साहस और गौरव का प्रतीक माना जाता है। तिरंगा हमेशा खादी, कॉटन या सिल्क से ही बना होना चाहिए।

भारतीय ध्वज संहिता क्या है?

भारतीय संविधान में फ्लैग कोड ऑफ इंडिया नाम का एक कानून है। इसका उल्लंघन करने वाले को सजा का प्रावधान है। तिरंगे के साथ अगर कोई दूसरा झंडा लगाना है तो उसका स्थान नीचे होना चाहिए। तिरंगे को बिगुल के साथ फहराना चाहिए। तिरंगा किसी भी प्रकार से जमीन को नहीं छूना चाहिए। तिरंगे को तोड़ना, मोड़ना, जलाना और जमीन पर फेंकना अपराध की श्रेणी में रखा जाता है।

भारतीय ध्वज कब और किसने बनाया था?

पहला भारतीय झंडा 7 अगस्त, 1906 को कोलकाता के पारसी बागान चौक पर फहराया गया था। इसमें गुलाब के फूल बने थे और वंदे मातरम् लिखा था। यह लाल, पीले और हरे रंग का था। वर्तमान में हम जिस झंडे को फहराते हैं, उसे भारत की संविधान सभा ने 22 जुलाई, 1947 को अपनाया था। आंध्र प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकया ने 1921 में भारतीय ध्वज तिरंगा डिजाइन किया था।