अनिल उपाध्याय/सीतापुर. सरहद पर बहादुरी के लिए राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित पूर्व सैनिक एवं भाजपा प्रत्याशी रामकुमार टोप्पो ने जीत के साथ एक नया इतिहास रच दिया। भाजपा के पूर्व सैनिक ने पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ते हुए काँग्रेस के अमर किला को भेद दिया। उन्होंने आजादी के 75 साल बाद विधानसभा क्षेत्र सीतापुर की हाईप्रोफाइल सीट को भारी मतों से जीतकर इतिहास रच दिया। उनके ऐतिहासिक जीत के बाद आधी रात तक समर्थकों संग पूरा शहर जश्न में डूबा रहा। इस जीत से उत्साहित भाजपाइयों ने शहीद भगत सिंह चौक पर जमकर आतिशबाजी के साथ लोगो का मुँह मीठा कराया।
विदित हो कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक विधानसभा क्षेत्र सीतापुर इस बार चुनाव को लेकर काफी सुर्खियों में था। इस बार यहाँ से चार बार के विधायक एवं कद्दावर मंत्री अमरजीत भगत का सामना एक पूर्व सैनिक से था। सरहद पर बहादुरी के लिए राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो को भाजपा ने विधानसभा क्षेत्र सीतापुर से अपना प्रत्याशी बनाया था। विधायक प्रत्याशी बनने से पहले रामकुमार सेना में अपनी सेवा दे रहे थे। इसी बीच क्षेत्रवासियों बुलावे पर वो सेना की नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने का मन बनाया। इस बीच उन्होंने पूरे विधानसभा में हजारों की संख्या में अपने समर्थकों के साथ तिरंगा यात्रा निकाल कर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी। इस्तीफा स्वीकार होते ही उन्होंने दो सौ वाहनों के काफिले के साथ जशपुर पहुँचे थे। जहाँ परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाने आये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के समक्ष भाजपा प्रवेश किया। इसके बाद उनका टिकट तय हो गया और भाजपा ने उन्हें सीतापुर से विधानसभा प्रत्याशी घोषित कर दिया।
भाजपा द्वारा प्रत्याशी बनाये जाने के बाद ये हाईप्रोफाइल सीट पूरे प्रदेश में सुर्खियों में आ गया। सेना की नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ना रामकुमार टोप्पो के लिए इतना आसान नहीं था। आजादी के बाद से पराजय का सामना करने वाली भाजपा को जिताना एवं कांग्रेस के चक्रव्यूह को भेदना एक बड़ी चुनौती थी। उनके सामने यहाँ से चार बार के विधायक और प्रदेश के कद्दावर मंत्री अमरजीत भगत थे। आजो एक माहिर राजनीतिज्ञ होने के साथ क्षेत्र की जनता के दिलो पर राज करते थे। यह सब पता होने के बाद भी आत्मविश्वास से लबरेज रामकुमार टोप्पो अपने युवा सेना की बदौलत चुनावी समर में कूद पड़े। आजादी के बाद से यहाँ जीत का स्वाद चखने को तरस रही भाजपा को उनसे बड़ी उम्मीद थी। आखिरकार एक सैनिक की तरह उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा। जिसमे भाजपा संगठन के साथ क्षेत्र के हर वर्ग के लोगो ने उनका भरपूर साथ दिया। जिसके बदौलत भाजपा प्रत्याशी पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो ने वो कर दिखाया। जिसकी किसी ने सपने में भी कल्पना नही की थी। उन्होंने काँग्रेस प्रत्याशी एवं कद्दावर मंत्री रहे अमरजीत भगत को लगभग 18 हजार से पराजित कर काँग्रेस का अमर किला भेद दिया। उन्होंने आजादी के 75 सालो बाद विधानसभा क्षेत्र सीतापुर से कमल खिलाकर भाजपा को जीत का स्वाद चखाते हुए इतिहास रच दिया। पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो के जीत से उत्साहित समर्थकों ने शहीद भगत सिंह चौक में जमकर आतिशबाजी की। इस जीत के बाद रामकुमार टोप्पो के आने की बाट जोह रहे लोगो ने उनके नगर में आते ही जोरदार स्वागत किया।
नवनिर्वाचित विधायक रामकुमार टोप्पो के नगर आते ही देर रात समर्थकों ने रैली निकाली। रैली के दौरान रामकुमार टोप्पो जिंदाबाद के नारों के साथ पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। भाजपा की इस ऐतिहासिक जीत के बाद नगर में आधी रात तक जश्न का माहौल बना रहा।इस अवसर पर भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता समेत काफी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे।