जशपुर (तरुण प्रकाश) छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले की ठंडी फिजा को गर्म करती पथलगाडी रुकने का नाम नही ले रही दो समुदायों के बीच ये पत्थलगड़ी को लेकर विवाद बदस्तूर जारी है ,पथलगडी शांत होने का नाम नही ले रही ..
सर्व आदिवासी समाज द्वारा पत्थलगड़ी अभियान के विरोध में आज सर्व आदिवासी सनातन समाज विरोध में सामने आया सर्व आदिवासी सनातन समाज ने एक बैठक कर पत्थलगड़ी अभियान का विरोध किया है जिसके बाद पथलगड़ी के विरोध में जम कर नारेबाजी की,बैठक में धर्मांतरित लोगो के आरक्षण खत्म करने की मांग राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर किया गया । सनातन समाज ने सर्व आदिवासी समाज के नाम पर आदिवासियों को बरगलाने का भी आरोप लगाया है।
पत्थलगड़ी के विरोध में आज सर्व आदिवासी सनातन समाज सामने आया है, समाज की बैठक में सर्व आदिवासी सनातन समाज की अध्यक्ष महिला आयोग की सदस्य रायमुनि भगत , विधायक कुनकुरी रोहित साय , विधायक जशपुर राजशरण भगत , जिला पंचायत अध्यक्ष गोमती साय समेत नगेशिया, नागवंशी, सांवरा, कंवर, उरांव, कोरवा, मुंडा, एवं आदिवासी नेता शामिल हुवे।
हम आप को बता दे कि सर्व आदिवासी समाज के द्वारा पत्थलगड़ी को अपना संवैधानिक अधिकार बताया जा रहा है..इससे पहले सर्व आदिवासी समाज ने पत्थलगड़ी के समर्थन में एक सम्मेलन का आयोजन किया था।ओर पत्थलगड़ी की शुरुआत बच्छरांव गांव से की थी। यहां 22 अप्रैल को आदिवासियों ने पत्थलगड़ी कर ग्रामसभा को सार्वभौमिक घोषित कर दिया था। जिसके बाद से क्षेत्र में माहौल बिगड़ने लगा था । जिसके विरोध में 28 अप्रेल को आदिवासी सनातन समाज ने बछरावां से कलिया तक 14 किलोमीटर की पदयात्रा कर विरोध भी किया था पदयात्रा में केंद्र के मंत्री विष्णुदेव साय, सांसद रणविजय सिंह जूदेव ,भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह जूदेव जिले के तीनों विधायक समते सर्व सनातन आदिवासी समाज के लोग मौजूद थे जिसके बाद महिला नेत्री के साथ आदिवासी निर्माणाधीन पत्थलगड़ी को तोड़ दिया गया था।
सर्व आदिवासी सनातन समाज के नेताओ ने पत्थलगड़ी को असंवैधानिक बताया और समुदाय विशेष पर पत्थलगड़ी के द्वारा धर्मांतरण करने और संविधान की गलत व्याख्या कर आदिवासियों को बरगलाने का आरोप लगाया । साथ इन नेताओं ने पत्थलगड़ी को विनाश की पत्थलगड़ी बताया । नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस में साफ कर दिया कि ऐसे पत्थलगड़ी को हटाना ही सर्व आदिवासियों के हित में सही रहेगा । जशपुर में षड्यंत्रकारी ताकतें आदिवासियों को आपस मे लड़ाना चाहती हैं, इस पत्थलगढी कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज के नाम पर सिर्फ और सिर्फ एक समुदाय विशेष के लोग शामिल हुए हैं, एक समुदाय विशेष सर्व आदिवासी समाज के नाम पर हिन्दू आदिवासियों को बांटने की कोशिश कर रहा है। सनातन आदिवासी समाज के नेताओं का ने जिले में दूसरे धर्म अपनाने वाले आदिवासियों का आरक्षण समाप्त करने की मांग राष्ट्रपति को पत्र लिखकर की है।
हम आप को बता दे कि सर्व आदिवासी समझ के नेताओ के द्वारा पुलिस एवं प्रशासन के लोगो जबरन बंधक बना कर रखा गया था
बहारहाल पुलिस ने लोगो को भड़काने, उकसाने , ओर असंवेधानिक बातो को दुष्प्रचार करने वालो में से पत्थलगड़ी की शुरुआत करने वाले एक रिटायर्ड आईएएस और एक आदिवासी नेता के साथ 4 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है…