नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा को लेकर चार एफआईआर दर्ज की हैं। इस हिंसा में 81 पुलिसकर्मी घायल हुए और 25 वाहनों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पांडव नगर, गाजीपुर और सीमापुरी में एक-एक एफआईआर दर्ज की गई है। गाजीपुर बार्डर से निकले किसान प्रदर्शकारियों ने इन इलाकों में जमकर हिंसा की थी। किसानों ने 88 बैरिकेड्स तोड़े, चार क्रेन, डीटीसी की आठ बस और 17 निजी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
इसके अलावा, लाल किला हिंसा मामले में भी कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। यहां पर किसान आंदोलनकारियों ने दिल्ली पुलिस के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। फिर जबरन लाल किला के अंदर घुस गये और प्रवेश द्वार पर लगे स्कैनर और मेटल डिटेक्टर आदि को तोड़ दिया। इस दौरान उन्होंने सामने आने वाली सभी वस्तुओं को नष्ट कर दिया। आलम यह था कि किसानों से बचने के लिए पुलिसकर्मी किले की दीवार से सटी बीस फीट गहरी खाई में कूद गए। इसकी वजह से कई पुलिसकर्मियों के हाथ पैर टूटे हैं।
किसानों ने शर्तें तोड़ीं
दिल्ली पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टर परेड के लिए पूर्व निर्धारित शर्तों पर बनी सहमति का पालन नहीं किया। साथ ही हिंसा तथा तोड़फोड़ की जिसमें अनेक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। डीसीपी ईश सिंघल ने बताया कि पुलिस ने रैली की शर्तों के अनुपालन के लिए सभी प्रयास किए, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने निर्धारित समय से काफी पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। सिंघल ने कहा कि पुलिस ने वायदे के अनुरूप सभी शर्तों का पालन किया और अपने सभी प्रयास किए, लेकिन प्रदर्शन में सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है। प्रदर्शन के दौरान अनेक पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। लाठी-डंडा, तिरंगा और अपनी यूनियनों के झंडे लिए हजारों किसानों ने ट्रैक्टरों से बैरिकेड को तोड़ दिया। वे पुलिस से भिड़ गए और विभिन्न स्थानों से दिल्ली के भीतर घुस गए। आईटीओ पर लाठी-डंडा लिए सैकड़ों किसान पुलिस का पीछा करते देखे गए और उन्होंने वहां खड़ी बसों को अपने ट्रैक्टरों से टक्कर मारी। एक प्रदर्शनकारी की तब मौत हो गई जब उसका ट्रैक्टर पलट गया।
दुर्घटना में हुई किसान की मौत
वहीं डीडीयू मार्ग पर हुई किसान की मौत पर भी दिल्ली पुलिस ने सफाई दी। दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज जारी करते हुए कहा कि तेज रफ्तार ट्रैक्टर बैरिकेड से टकरा गया। फिर ट्रैक्टर पलट गया जिसकी वजह से चालक की मौत हो गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि चालक की मौत पुलिस वजह से नहीं हुई है जैसा कि प्रदर्शनकारी किसान आरोप लगा रहे हैं। फिलहाल आईपी इस्टेट पुलिस ने किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।