गोरखपुर। गोरखपुर जिले के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में एक संदिग्ध की कमरे में मौत से हड़कंप मचा हुआ है। मृतक मनीष कुमार गुप्ता (30) कानपुर नगर क्षेत्र का रहने वाला था। मामला सामने आने के बाद एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने इस घटना की जांच एसपी नॉर्थ को सौंपी थी। मंगलवार को जांच में रिपोर्ट आने के बाद लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जेएन सिंह समेत 6 पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया। बताया जा रहा है कि अपराधियों की सूचना पर पुलिस टीम दबिश देने गई थी, इस दौरान युवक घायल हो गया था।
दरअसल, सिकरीगंज के महादेवा बाजार के रहने वाले चंदन सैनी ने बताया कि वह बिजनेस करते हैं। उनके तीन दोस्त गुरुग्राम से प्रदीप चौहान (32) और हरदीप सिंह चौहान (35) और कानपुर से मनीष गुप्ता (30) गोरखपुर घूमने आए थे। 27 सिंतबर की रात रामगढ़ताल थाना पुलिस होटल व सरायों की जांच पर निकली थी। थाने से कुछ दूरी पर स्थित कृष्णा होटल में पुलिस ने एक कमरे की तलाशी ली तो वहां मनीष अपने दो दोस्तों के साथ ठहरा हुआ था। पुलिस के पहुंचने पर मनीष के दोनों साथी उठ गए।
पूछताछ के दौरान मनीष के दोनों साथियों ने बताया कि वह गुड़गांव व लखनऊ के रहने वाले हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह कोई गलत व्यक्ति नहीं हैं। उन्होंने पुलिस को अपना आधार कार्ड भी दिखाया। पुलिस के मुताबिक इस दौरान मनीष नींद में उठा और बेड से नीचे गिर गया। इससे उसके मुंह में चोट लग गई। पुलिस के अनुसार तीनों युवक नशे में थे। पुलिस मनीष को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लेकर गई। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गोरखपुर के एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि अपराधियों की सूचना पर पुलिस होटल में चेकिंग करने गई थी। इस दौरान हादसे में युवक की मौत हुई है। फिलहाल डॉक्टरों के पैनल से मृतक का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। साथ ही मृतक के परिजनों की इसकी सूचना दी गयी है। इसके साथ ही एसएसपी ने बताया कि युवक गोरखपुर में किस उद्देश्य से आये थे इसकी भी छानबीन कराई जा रही है। जांच में जो चीज सामने आएगी उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।